योगीराज: भरष्टाचार के आरोप में फंसा योगी सरकार का मंत्री, विपक्ष के दबाव में बर्खास्त: जानिए क्या है पूरा मामला
BY Jan Shakti Bureau29 July 2017 3:20 AM GMT
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Jan Shakti Bureau29 July 2017 3:20 AM GMT
लखनऊ: योगी आदित्यनाथ की सरकार को सत्ता में आये हुए मात्र कुछ ही महीने हुए हैं, लेकिन उनके इकलौते मुस्लिम मंत्री मोहसिन रजा पर भरष्टाचार का आरोप लग गया है, यही नहीं मोहसिन को बर्खास्त कर दिया गया है। लखनऊ स्थित इंदिरा भवन में दो दिन की मैराथन बैठक के बाद यह सख्त फैसला लिया गया।
आप को बता दें की मोहसिन पर अवैध रूप से वक्फ संपत्ति और पारिवारिक कब्रिस्तान को बेचने का आरोप है, जोकि जांच में प्रथम दृष्टया सच साबित हुआ है। इसके बाद उत्तर प्रदेश सेंट्रल शिया वक़्फ़ बोर्ड ने योगी सरकार के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मोहसिन रजा को मुतवल्ली पद से बर्खास्त कर दिया है। मोहसिन रजा वक्फ आलिया बेगम, सफीपुर-उन्नाव में मुतवल्ली थे।
वक़्फ़ प्रॉपर्टीज बेचने पर दर्ज होगा मुकदमा, खरीदार भी फंसेंगे
मोहसिन रजा की मुतवल्ली पद से बर्खास्तगी के साथ ही शिया वक्फ बोर्ड ने वक्फ आलिया बेगम, सफीपुर-उन्नाव को सीधे अपने नियंत्रण में लेते हुए निरीक्षण वजीर हसन को प्रशासन नियुक्त कर दिया है। इंदिरा भवन में दो दिवसीय सुनवाई में वक्फ बोर्ड ने बगैर इजाजत वक्फ संपत्ति को बेचने और खरीदने वालों पर मुकदमा दर्ज कराने का फैसला किया है।
बोर्ड ने वक्फ की बेची गई संपत्ति पर कब्जा वापस लेने के लिए उन्नाव के जिलाधिकारी से कहा है। बोर्ड ने प्रदेश के मौजूदा वक्फ मंत्री मोहसिन राजा के साथ-साथ लखनऊ की फ्रैंडस सहकारी आवास समिति के सचिव राजबाबू रस्तोगी, असगर रजा, सैफी मिर्जा, कैफी मिर्जा, यूनुस जहीर, सालेहा बेगम, अख्तर हुसैन हादी और फिरोज राहत पर भी एक्शन लिया है।
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