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उत्तर प्रदेश: पिता और चाचा दोनों का आर्शीवाद मेरे साथ: अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश: पिता और चाचा दोनों का आर्शीवाद मेरे साथ: अखिलेश यादव
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आगरा: एक साल से अधिक समय तक चले पारिवारिक विवाद के बाद अब सुलह समझौते की आ रही महक के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज दावा किया कि परिवार के बड़े बुजुर्गो का आर्शीवाद उनके साथ है और कल होने वाले सम्मेलन में उनके पिता मुलायम सिंह यादव शामिल होंगे। पार्टी के दसवें राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मेलन की पूर्व संध्या पर अखिलेश यादव ने पत्रकारों से कहा कि पिताजी और चाचा दोनों का आर्शीवाद उनके साथ है। चाचा ने तो उन्हें बधाई तक दे दी है। उनसे पूछा गया था कि क्या उनके पिता मुलायम सिंह यादव और चाचा शिवपाल सिंह यादव का आर्शीवाद उनके साथ है। उन्होंने दोनों का ही नाम लिये बगैर तपाक से कहा, 'जिसकी चर्चा आप लोग कर रहे हैं उन दोनों का आर्शीवाद मुझे मिला हुआ है। एक ने तो बधाई तक दे दी है।' एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि नेताजी को आमंत्रित किया गया है, उम्मीद है कि कल वह सम्मेलन में आयें। ' पारिवारिक विवाद के बारे में पूछे अन्य सवालों को वह टाल गये। कांग्रेस से गठबंधन जारी रखने संबन्धी सवाल पर उनका कहना था कि अभी मामला यथावत है। गठबंधन आगे रहेगा या नहीं इस पर अभी विचार नहीं किया गया है लेकिन नगरीय निकाय का चुनाव पार्टी अकेले लड़ेगी। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) पर हमलावर सपा अध्यक्ष ने कहा कि देश के हालात ठीक नहीं हैं।


नोटबंदी से लोग परेशान हैं। नोटबंदी ने देश को जोर का झटका दिया है। वस्तु एवं सेवा कर(जीएसटी) से व्यापारी अवसाद की स्थिति में हैैं। इससे महंगाई बढ़ी है। व्यापारी मानसिक रुप से परेशान हैं। पर्यटन के नक्शे से ताजमहल को किनारे करने का आरोप लगाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मोदी और योगी सरकार मुख्य मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए इस तरह के गैर जरुरी मामलों को उठा रही है। गाय और गोबर के नाम पर सत्ता में आई भाजपा नेे किसानों को बदहाल कर दिया है। विकास को रोकने वाला बजट बनाया गया है। बिजली में कोई सुधार नहीं है।


एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, मैनेे तो बुआजी की हमेशा इज्जत की है,आगे भी करेंगे लेकिन बहुजन समाज पार्टी(बसपा) से चुनावी गठबंधन के बारे में कुछ नहीं कह सकता।' इससे पहले सपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई। बैठक में राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मेलन में पेश होने वाले राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव पर चर्चा हुई। कल सम्मलेन शुरु होते ही अध्यक्ष का चुनाव होगा। उसके बाद अध्यक्षीय भाषण का कार्यक्रम है। अखिलेश यादव को एक बार फिर अध्यक्ष चुना जाना तय है। इससे पहले गत एक जनवरी को आपात प्रतिनिधि सम्मेलन बुलाकर मुलायम सिंह यादव को हटाकर अखिलेश यादव को अध्यक्ष चुन लिया गया था। मुलायम सिंह यादव को पार्टी का संरक्षक घोषित किया गया था।

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