Baba Ramdev Biography in Hindi | बाबा रामदेव का जीवन परिचय

Baba Ramdev Biography in Hindi | बाबा रामदेव Baba Ramdev हमारे देश की जानी मानी हस्ती है। उन्हें देश विदेश सभी जगह जाना पहचाना जाता है। स्वामी रामदेव के द्वारा ही देश विदेश में योग को इतना जाना पहचाना गया। स्वामी रामदेव को आध्यात्म गुरु या नेता भी कहा जाता है, इन्हें आयुर्वेद, राजनीती में भी विशेष ज्ञान है।

Update: 2020-11-24 17:41 GMT

Baba Ramdev Biography in Hindi बाबा रामदेव का जीवन परिचय

Baba Ramdev Biography in Hindi | बाबा रामदेव का जीवन परिचय

  • पूरा नाम रामकिशन रामनिवास यादव
  • जन्म 26 दिसम्बर 1965
  • जन्मस्थान सैयद अलीपुर, जिला-महेन्द्रगढ़, हरियाणा
  • पिता रामनिवास यादव
  • माता गुलाबो देवी
  • व्यवसाय आध्यात्मिक गुरु
  • राष्ट्रीयता भारतीय

योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev Biography in Hindi)

Baba Ramdev Biography in Hindi | बाबा रामदेव Baba Ramdev हमारे देश की जानी मानी हस्ती है। उन्हें देश विदेश सभी जगह जाना पहचाना जाता है। स्वामी रामदेव के द्वारा ही देश विदेश में योग को इतना जाना पहचाना गया। स्वामी रामदेव को आध्यात्म गुरु या नेता भी कहा जाता है, इन्हें आयुर्वेद, राजनीती में भी विशेष ज्ञान है। बाबा रामदेव एक ऐसे गुरु है, जिन्होंने भारत के लोगों को स्वदेशी चीजें उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने पतंजलि योगपीठ और पतंजलि आयुर्वेद का निर्माण किया।

प्रारंभिक जीवन (Baba Ramdev Early Life)

रामदेव बाबा का जन्म हरियाणा राज्य में महेंद्रगढ़ जिले के अलीपुर में 12 दिसम्बर 1965 को हुआ। इनके पिता का नाम रामनिवास यादव और माता का नाम गुलाबो देवी है। बाबा रामदेव का वास्तविक नाम रामकृष्ण यादव था।

शिक्षा (Education)

कक्षा 8 तक की पढाई अपने नजदीकी गाँव शहजादपुर में पूरी की। इसके कुछ समय पश्चात वे खानपुर गाँव के एक गुरुकुल में योग और संस्कृत की शिक्षा लेने के लिए चले गये। वहां उन्हें योगा आचार्य बलदेव जी से योग व संस्कृत की शिक्षा ली। 

जीवन में योग की शुरुआत (Baba Ramdev Beginning of Yoga in Life)

बचपन में बाबा रामदेव के साथ एक ऐसी घटना घटी थी जिस कारण वे योग की ओर आकर्षित हुए थे। कहते है की जब बाबा छोटे थे तब उनके शरीर का बायाँ हिस्सा पक्षघात से पीड़ित हो गया था और इसका उपचार सिर्फ योग था। उनको बताया गया की अगर वे योग करे तो वह इस बीमारी से दूर हो सकते है।

बाबा रामदेव ने रोजाना योग किया और कुछ समय बाद बाबा रामदेव की पक्षघात की यह समस्या दूर हो गई। योग का यह चमत्कार देखकर बाबा रामदेव बहुत प्रभावित हुए और उन्होंने योग का अध्ययन करने का फैसला किया और योगाभ्यास पर ध्यान देने लग गये। यह उनके जीवन का बहुत बड़ा कदम था।

धीरे – धीरे बाबा रामदेव जब बढ़े हुए तो वे जींद जिले में आचार्य धर्मवीर के गुरुकुल में शामिल हो गये और हरियाणा में लोगो को योग की शिक्षा देने लगे। इसके बाद बाबा रामदेव ने कुछ साल भारत की परम्पराओ और प्राचीन संस्कृति को सीखा और ध्यान करना शुरू कर दिया। युवा होने पर बाबा रामदेव ने संन्यास लेने का फैसला किया और बाबा बन गये। उन्होंने अपना नाम रामकृष्ण बदल दिया और बाबा रामदेव कहलाने लगे।

योगगुरु बने (Baba Ramdev Become a Yoga Guru) 

योग के बारे में गहन अध्ययन करने के लिए बाबा रामदेव हिमालय की यात्रा पर गये और वहाँ पर रह रहे कई साधुओ से बाबा रामदेव ने मुलाकात की और अपना समय व्यतीत किया। उन योगियों से बाबा रामदेव को योग के बारे में शिक्षा मिली। हिमालय से लौटने के बाद बाबा रामदेव की मुलाकात आचार्य बालकृष्ण से हुई और वे हरिद्वार पहुँच गये। 

रामदेव बाबा ने 1995 में "दिव्य योगा मंदिर संस्थान" की स्थापना की जिसका प्रमुख उद्देश्य जनता के बीच योगा का प्रचार-प्रसार करना है। इसके माध्यम से वे योग का प्रचार–प्रसार करने लगे और स्वयं लोगो को योग की शक्ति और योग अभ्यास कराने लगे।

बाद में बाबा रामदेव के साथ बहुत लोग जुड़े और वे अपना शिविर लगाकर लोगो को योग की शिक्षा देने लगे। इसी बीच 2003 में बाबा रामदेव के साथ आस्था चैनल जुड़ गया जो रामदेव बाबा के योग शिविर का प्रसारण लाइव टेलीविजन पर देने लगे। जिससे योग घर–घर तक पहुँचने लगा। यह पहला मौका था जब देश की अधिकांश जनता को योग के बारे में जानकारी प्राप्त हुई।

ग्रामीण क्षेत्रो में लोग इससे पहले योग के बारे में बहुत कम जानकारी रखते थे पर रामदेव बाबा के योग अभ्यास को देखकर लोगो ने योग सीखना शुरू कर दिया। यह योग के क्षेत्र में एक बहुत बड़ी क्रान्ति थी जिसका नतीजा यह हुआ की आस्था चैनल बहुत प्रसिद्ध होने लगा और बाबा रामदेव को फॉलो करने वालो की संख्या बढती चली गई।

बाबा रामदेव का योगा लाखो लोग देखने लग गये थे और इसका प्रसार देश के अलावा विदेशो में भी होने लगा। यह वह समय था जब बाबा रामदेव लाखो लोगो तक एक साथ जुड़े और बहुत ही लोकप्रिय हो गये थे। बाबा रामदेव ने इसके बाद योग को अमेरिका व इंग्लैंड जैसे देशो में भी प्रसार किया।

21 जून को पूरे विश्व में मनाया जाने वाला "अन्तराष्ट्रीय योग दिवस" के लिए बाबा रामदेव ने प्रमुख भूमिका निभाई थी।

पतंजलि योगपीठ की स्थापना (Baba Ramdev Started a Patanjali Yogpeeth)

योग और आयुर्वेद को दुनिया भर में बढ़ावा देने के लिए 2006 में बाबा रामदेव ने हरिद्वार (उत्तराखंड) में पतंजली योगपीठ की स्थापना की। बाबा रामदेव ने इस संस्थान का नाम महान योगी महर्षि पतंजलि के नाम पर रखा। यह संस्थान भारत का सबसे बड़ा योग संस्थान है तथा यहाँ पर पतंजलि यूनिवर्सिटी भी है।

पतंजलि संस्थान पूरे 20 एकड़ में फैला हुआ है जिसमे 10 हजार तक मरीज रह सकते है। पतंजलि संस्थान में आयुर्वेद के अलावा दूसरी पद्धति द्वारा इलाज भी संभव है। पतंजलि की शाखाएं कई देशो में फैली है जिसमे अमेरिका, कनाडा, नेपाल आदि देश शामिल है।

पतंजलि संस्थान में ही पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड कम्पनी है जिसकी स्थापना बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने की। आचार्य बालकृष्ण इस कम्पनी के सीईओ है। पतंजलि का कारोबार दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। पतंजलि के पूरे देश में 4000 से भी ज्यादा रिटेल आउटलेट है। जिसमे पतंजलि की सारी सामग्री उपलब्ध है।

जब से पतंजलि ने अपने प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग टेलीविजन में की है तथा इसके विज्ञापन आने लगे है तब से पतंजलि को हर घर में पहचान मिली है और लोग पतंजलि के प्रोडक्ट्स के बारे में जानने लगे है। बाबा रामदेव पतंजली के प्रोडक्ट्स का प्रमोशन करते है और विज्ञापन में नजर आते है जो की इन प्रोडक्ट को एक अलग पहचान देता है।

दुनिया के नामी लोग बाबा रामदेव के योग प्रोग्राम से Aजुड़े हुए है। इन्होने बॉलीवुड के महान अभिनेता अमिताभ बच्चन और अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी को योग की शिक्षा दी है। रामदेव ऐसे पहले गैर-मुस्लिम समुदाय के है, जिन्होंने उत्तर प्रदेश के देवबंद जिले के मुस्लिम मौलवियों को योग की शिक्षा दी थी।

पतंजलि आज बहुत सारे प्रोडक्ट्स का निर्माण कर रहा है जिसमे पतंजली आयुर्वेद का घी, दन्त कान्ति टूथपेस्ट, पतंजलि शहद, पतंजलि आटा, दलिया, नमक, पतंजलि च्यवनप्राश, पतंजलि एलोवेरा जेल, पतंजली साबुन व पतंजलि सरसों तेल बहुत प्रसिद्ध प्रोडक्ट्स है।

विवाद (Baba Ramdev Controversy) 

  • 2013 में, उन्हें लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर अज्ञात कारणों के लिए करीब 8 घंटे तक हिरासत में लिया गया था।
  • उन्होंने आमिर खान की फिल्म "पीके" के प्रदर्शन पर रोक लगाने के लिए आग्रह किया था, क्योंकि उन्हें लगा कि इस फिल्म में हिंदू धर्म की छवि को गलत ढंग से दिखाया गया है।
  • 2006 में, उन्होंने कहा कि, एड्स के मामलों पर रोक लगाने के लिए, यौन शिक्षा को योग शिक्षा से बदल दिया जाना चाहिए।
  • 2016 को हरिद्वार अदालत ने बाबा रामदेव की पतंजलि कम्पनी को 11 लाख का जुर्माना लगाया था, क्योंकि वह गलत नामकरण और गुमराह करने वाले विज्ञापनों का इतेमाल कर रहे थे।

बाबा रामदेव अवार्ड और सम्मान (Baba Ramdev get Awards) 

  • 2007 में भुवनेश्वर की कलिंगा यूनिवर्सिटी के द्वारा डोक्टरेट की उपाधि दी गई।
  • 2011 में महाराष्ट्र सरकार द्वारा सम्मानित किया गया।
  • 2015 में हरियाणा सरकार ने उन्हें योगा व आयुर्वेद का ब्रांड एम्बेसडर बना दिया।
  • आईआईटी व एमिटी के द्वारा मानद डोक्टरेट की उपाधि दी गई है।
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