Lata Mangeshkar Biography In Hindi | लता मंगेशकर का जीवन परिचय

Lata Mangeshkar Biography In Hindi | लता मंगेशकर भारत की सबसे लोकप्रिय प्लेबैक सिंगर हैं, जिनका 7 दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है। उन्होंने तक़रीबन 1000 से ज्यादा हिंदी फिल्मो के लिये गाने गाए है और तक़रीबन 36 देसी स्थानिक भाषाओ में गायन भी किया है और साथ ही उन्होंने विदेशी भाषाओ में भी गायन किया है।

Update: 2020-11-27 06:15 GMT

Lata Mangeshkar Biography In Hindi

Lata Mangeshkar Biography In Hindi | लता मंगेशकर का जीवन परिचय

  • पूरा नाम लता दिनानाथ मंगेशकर
  • जन्म 28 सितंबर, 1929
  • जन्मस्थान इन्दोर
  • पिता दिनानाथ मंगेशकर
  • माता शेवंती मंगेशकर
  • विवाह अविवाहित
  • व्यवसाय प्लेबैक सिंगर, गीतकार, संगीतकार
  • नागरिकता भारतीय

प्लेबैक सिंगर लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar Biography in Hindi)

Lata Mangeshkar Biography In Hindi | लता मंगेशकर भारत की सबसे लोकप्रिय प्लेबैक सिंगर हैं, जिनका 7 दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है। उन्होंने तक़रीबन 1000 से ज्यादा हिंदी फिल्मो के लिये गाने गाए है और तक़रीबन 36 देसी स्थानिक भाषाओ में गायन भी किया है और साथ ही उन्होंने विदेशी भाषाओ में भी गायन किया है। लेकिन उनकी पहचान भारतीय सिनेमा में एक पार्श्वगायक के रूप में रही है। एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी के बाद वह दूसरी गायिका है जिन्हें भारत के सर्वोच्च अवार्ड भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। 

प्रारंभिक जीवन (Lata Mangeshkar Early Life)

लता मंगेशकर का जन्म 29 सितम्बर 1929 को इंदौर, मध्यप्रदेश में हुआ था। इनके पिता स्व. दीनानाथ मंगेशकर एक क्लासिकल गायक और थिएटर एक्टर थे और माता शेवंती मंगेशकर थीं। लताजी अपने पांच भाई-बहिनों में सबसे बड़ी हैं। इनकी छोटी बहिनें आशा भोंसले, उषा मंगेशकर और मीना मंगेशकर भी श्रेष्ठ गायिकाएं हैं। इसके साथ हृदयनाथ उनके भाई-बहन है।

मंगेशकर ने अपना पहला पाठ अपने पिता से सिखा था। 5 साल की उम्र में लता जी ने अपने पिता के म्यूजिकल नाटक के लिये एक्ट्रेस का काम करना शुरू किया था। स्कूल के पहले दिन से ही उन्होंने बच्चो को गाने सिखाने शुरू कर दिये थे। जब शिक्षको ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो वह बहुत गुस्सा हो गयी थी और उन्होंने स्कूल जाना ही छोड़ दिया था।

लता मंगेशकर के करियर की शुरुवात (Lata Mangeshkar Starting Career)

लता जी ने मात्र 5 साल की उम्र में पहला काम अपने पिता के एक नाटक में किया था। 9 साल की उम्र में इस स्वरासम्राज्ञानिने शास्त्रीय संगीत की मैफिल सजाई थी। इसके बाद वे ट्रेनिंग लेती रही और 13 साल की उम्र में 1942 में एक मराठी फिल्म के लिए 'नाचू या ना गड़े खेडू सारी, मानी हौस भारी' ये गीत पहली बार गाया। 

1945 में लता जी मुंबई आ गई और अमानत अली खान से ट्रेनिंग लेने लगी। लता जी ने 1947 में हिंदी फिल्म 'आप की सेवा में' के लिए भी एक गाना गया, लेकिन किसी ने उनको नोटिस नहीं किया। 

1949 में लता जी ने लगातार 4 हिट फिल्मों में गाने गए और सबमे उनको नोटिस किया गया। बरसात, दुलारी, अंदाज व महल फ़िल्में हिट थी, इसमें से महल फिल्म का गाना 'आएगा आनेवाला' सुपर हिट हुआ और लता जी ने अपने पैर हिंदी सिनेमा में जमा लिए।

लता मंगेशकर का फ़िल्मी गायन (Lata Mangeshkar Filmy Song)

लता जी ने फेमस गायक मोहम्मद रफ़ी, मुकेश और किशोर जी के साथ ढेरों गाने गाये। लता जी का गायकी को लेकर लालसा देखते ही बनती थी। मोहम्मद रफ़ी और एस.डी बर्मन के साथ कुछ अनबन के चलते लता जी ने इनके साथ काम करने को मना कर दिया। 

लता मंगेशकर के 1960 की फेमस गाने (Lata Mangeshkar 1960 Famous Songs)

  • प्यार किया तो डरना क्या (1960)
  • अजीब दास्ताँ है ये (1960)
  • आज फिर जीने की तम्मना है (1965)
  • गाता रहे मेरा दिल (1965)

1963 में लता जी ने उस समय प्रधान मंत्री रहे जवाहरलाल नेहरु जी के सामने देश का सबसे चहिता गाना 'ये मेरे वतन के लोगों' गया। इसे सुन नेहरु जी के आंसू छलक आये थे।

लता मंगेशकर के 1970 की फेमस गाने (Lata Mangeshkar 1970 Famous Songs)

  • रंगीला रे (1970)
  • खिलते है गुल यहाँ (1971)
  • चलते चलते (1972)
  • इन्हीं लोगों ने (1972)
  • तेरी बिंदिया रे (1973)
  • रूठे रूठे पिया (1974)
  • सत्यम शिवम् सुदरम (1978)

इसके बाद मंगेशकर की सफलता और आवाज़ का जादू 1980 और 1990 के दशक में भी चलता गया और इस समय उन्होंने कई धार्मिक गीत भी गाए थे। इस समय उन्होंने अपनी पहचान अपनी आवाज़ की बदौलत पुरे विश्व में बना रखी थी। लता मंगेशकर के 1980 की फिल्म सिलसिला, चांदिनी, राम लखन, मैंने प्यार किया, एक दूजे के लिए, हीरो और 1990 की फिल्म लेकिन, दिल वाले दुलहनिया ले जायेंगे, दिल तो पागल है, हम आपके है कौन, मोहब्बतें, वीर जारा, आशा, प्रेमरोग, लम्हे, डर जैसी फिल्मों में गाना गाए।

लता मंगेशकर जी इस समय अपने स्वास्थ के चलते ज्यादा फ़िल्में नहीं कर पाती हैं , 2000 के बाद से उन्होंने गिने चुने गाने ही गाये। इसमें लगान फिल्म का 'ओ पालन हारे' रंग दे बसंती 'लुका छिपी' व बेवफा का 'कैसे पिया से कहे' शामिल है। उन्होंने 30,000 से अधिक गाने गाये है तथा सभी भारतीय भाषाओ में गाने का उनका एक कीर्तिमान भी है। लता मंगेशकर ने न केवल कई गीतकारो और संगीतकारों को सफल बनाया है बल्कि उनके सुरीले गायन कारण ही अनेक फिल्मे लोकप्रिय सिद्ध हुई है। 'गिनीस बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स' की तरफ से भी उनका विशेष सम्मान किया जा चूका है।

भारत की 'स्वर कोकिला' लता मंगेशकर ने बहुत सी भाषाओ में हजारो गाने गाए है। उनकी आवाज़ सुनकर कभी किसी की आँखों में आँसू आये तो कभी सीमा पर खड़े जवानों को सहारा मिला। लता जी एक लिजेंड है जिन पर हर भारतवासी गर्व करता है। लता जी के और नये गाने सुनने के लिये हम सभी बेकरार है और उम्मीद करते है की जल्द ही हमें उनका कोई नया गाना सुनने मिलेंगा।

लता मंगेशकर पुरस्कार (Lata Mangeshkar Awards)

  • 1958, 1962, 1965, 1969, 1993, 1994 में फिल्म फेयर पुरस्कार
  • 1972, 1975, 1990 में राष्ट्रीय पुरस्कार
  • 1966, 1967 में महाराष्ट्र सरकार पुरस्कार
  • 1969 में भारत सरकार द्वारा 'पद्म भूषण पुरस्कार
  • 1974 में दुनिया में सबसे अधिक गीत गाने का गिनीज विश्व रिकॉर्ड
  • 1989 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार
  • 1993 में फिल्म फेयर द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार
  • 1997 में राजीव गांधी पुरस्कार
  • 1999 में भारत सरकार द्वारा 'पद्म विभूषण' पुरस्कार
  • 2001 में भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न'
  • 2001 में नूरजहां पुरस्कार
  • 2001 में महाराष्ट्र भूषण
Tags:    

Similar News