आगरा: साल 2013 में पत्नी को जला दिया था जिंदा, सात साल बाद मिली उम्रकैद की सजा

29 सितंबर 2013 को एक पति द्वारा पत्नी की निर्मम हत्या कर दी थी। आगरा जिले के थाना जगनेर क्षेत्र के गांव नौनी निवासी जगन सिंह उर्फ जगना और उसकी पत्नी सीमा के बीच जमकर विवाद हुआ था। इस दौरान सीमा ने पति के हाथ से मोबाइल फोन छीनकर लिया था।

Update: 2020-11-07 14:30 GMT

आगरा: 29 सितंबर 2013 को एक पति द्वारा पत्नी की निर्मम हत्या कर दी थी। आगरा जिले के थाना जगनेर क्षेत्र के गांव नौनी निवासी जगन सिंह उर्फ जगना और उसकी पत्नी सीमा के बीच जमकर विवाद हुआ था। इस दौरान सीमा ने पति के हाथ से मोबाइल फोन छीनकर लिया था। अदालत ने मोबाइल फोन छीनने पर पत्नी को जिंदा जलाने वाले पति को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही उस पर 30 हजार रुपए अर्थदंड भी लगाया है। इसमें से आधी रकम मृतका के बेटों को देने के आदेश दिए गए हैं।

इस बात से नाराज होकर रात तकरीबन एक बजे पति जगन ने सीमा पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी। इससे सीमा बुरी तरह से जल गई। सीमा को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने उसके बयान दर्ज किए। सीमा से ही तहरीर ली थी।

गंभीर रूप से झुलसी सीमा 24 दिन मौत से लड़ती रही, लेकिन जिंदगी की जंग जीत न सकी। इलाज के दौरान सीमा ने दम तोड़ दिया। इस मामले में अभियोजन पक्ष ने अपर जिला जज अशोक कुमार की अदालत में नौ गवाह और सुबूत पेश किए।

सात साल तक इस केस की सुनवाई चली। अपर जिला जज अशोक कुमार ने इस मामले में पत्नी की हत्या के आरोपी जगन सिंह उर्फ जगना निवासी नौनी (जगनेर) को दोषी पाया। शुक्रवार को उसे आजीवन कारावास और 30 हजार रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई है।

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