योगीराज: जब थाने में सुरक्षित नहीं एंटी रोमियों महिला प्रभारी तो कैसे मिलेगा बेटियों को न्याय?

Update: 2020-11-19 06:42 GMT

शामली: जनपद में नारी सशक्तिकरण के लिए चल रहे मिशन शक्ति अभियान में लगी महिला दरोगा ने कैराना कोतवाल पर अनावश्यक रूप से परेशान कर शोषण करने का आरोप लगाया है। दरअसल, महिला दरोगा एंटी रोमियो स्कवायड की प्रभारी भी हैं। दरोगा का कहना है कि जब उनका ही शोषण हो रहा है, तो वह महिलाओं को कैसे इंसाफ दिला सकेंगी। महिला दरोगा ने डीआईजी सहारनपुर से मामले की शिकायत की है। साथ ही उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल होने से पुलिस महकमे में खलबली मची हुई है।

अब इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिस प्रदेश में इंसाफ दिलवाने वाली महिलाएं सुरक्षित नहीं है वंहा महिलाये इंसाफ कैसे पाएंगी। हाल ही में पुलिस विभाग के डायल 112 (100 ) में महिलाओ का पत्र वायरल हुआ था जिसमे आरोप लगा था कि पुलिस की नौकरी देह व्यापार करने वाली महिलाओ से भी बदतर हो चुकी है। दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में महिला दरोगा अंजू का कहना है कि 25 जुलाई को उनकी कांधला थाने से कैराना में पोस्टिंग हुई थी। वह नारी सशक्तिकरण में एंटी रोमियो स्कवायड की प्रभारी हैं।

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आरोप है कि कैराना कोतवाली प्रभारी प्रेमवीर राणा उन पर अनावश्यक दबाव बनाते हैं और बात न मानने पर उनकी रपट लिख देते हैं। वह सुबह सात बजे से रात आठ बजे तक ड्यूटी करती हैं। कभी-कभी कोतवाल उनके साथ कार्यक्रम में जाते हैं तो दस भी बज जाते हैं। इस तरह से वह 16-17 घंटे ड्यूटी करती है। आरोप है कि इसके बावजूद कोतवाल उन्हें सभी के सामने अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहते हैं कि वह कुछ काम नहीं करती। महिला दरोगा का कहना है कि किसी परेशानी की वजह से अनुपस्थित होने या दवा लेने कमरे पर चले जाने पर कोतवाल उन्हें टॉर्चर करते हैं और उनकी रपट लिख देते हैं।

वायरल वीडियो में महिला दरोगा कह रही हैं कि वह कोतवाल की शिकायत लेकर एसपी के यहां गई थीं, लेकिन एसपी के न मिलने पर वह सहारनपुर में डीआईजी से मिलीं। डीआईजी ने उनकी बात को सुना। डीआईजी ने उन्हें आश्वस्त किया है कि इस बात पर संज्ञान लिया जाएगा। वहीं एसपी ने इस मामले की जांच सीओ कैराना को दी है। जांच के बाद दोषी पर कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।

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