UP: देर रात 2 पुलिस कर्मियों पर हमला, 1 की मौत, 1 की हालत गंभीर, सुबह एनकाउंटर में शराब माफिया का भाई ढेर

उत्तर प्रदेश के कासगंज इलाके में मंगलवार शाम शराब माफिया ने एक खतरनाक वारदात को अंजाम दिया। कुर्की के लिए नोटिस चस्पा करने गए दरोगा अशोक पाल और सिपाही देवेंद्र कुमार सिंह को जमकर पीटा। इतना ही नहीं शराब माफिया ने सिपाही को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया, वहीं दूसरे दारोगा की हालत गंभीर बताई जा रही है।

Update: 2021-02-10 06:54 GMT

यूपी: उत्तर प्रदेश के कासगंज इलाके में मंगलवार शाम शराब माफिया ने एक खतरनाक वारदात को अंजाम दिया। कुर्की के लिए नोटिस चस्पा करने गए दरोगा अशोक पाल और सिपाही देवेंद्र कुमार सिंह को जमकर पीटा। इतना ही नहीं शराब माफिया ने सिपाही को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया, वहीं दूसरे दारोगा की हालत गंभीर बताई जा रही है।

इस वारदात के बाद बुधवार की सुबह पुलिस की बड़ी कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ में शराब माफिया मोती के भाई को मौत के घाट उतार दिया। इसी के साथ सिढ़पुरा थाना प्रभारी प्रेमपाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया 'शराब माफिया और उसके साथियों की तलाश करने में पुलिस जुटी थी।'

उन्होंने आगे बताया कि 'इसी दौरान पुलिस और शराब माफिया के बीच मुठभेड़ हुई। पुलिस को देख माफिया ने गोलियां चलाई जिसके जवाब में पुलिस ने भी कार्यवाई कर दी। इस मुठभेड़ में शराब माफिया मोती के भाई एलकार सिंह के गोली लगी। एलकार को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।'

जानें, क्या है पूरा मामला

आपको बता दें कि कासगंज के नगला धीमर गांव में शराब का धंधा करने वालों के ठिकाने पर दबिश देने के लिए सिढ़पुरा थाने के एक दरोगा और सिपाही को बदमाशों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। उन्होंने पुलिसकर्मियों की वर्दी फाड़ दी और असलहे छीन लिए। कई घंटे तलाश के बाद दरोगा और सिपाही जंगल में लहूलुहान हालत में अलग-अलग स्थानों पर मिले।

सीएम योगी ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए

तो वहीं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कासगंज की घटना के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और घटना में शामिल अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अपराधियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

शराब माफिया का मैनपुरी कनेक्शन

जानकारी के मुताबिक पुलिस पर हुए इस हमले का एक कनेक्शन मैनपुरी से जोड़ा जा रहा है। इतना ही नहीं यहां मौके से एक बाइक भी बरामद की गई है, जो कि बदमाशों की है। बता दें कि वर्ष 2016 में एटा के अलीगंज और मैनपुरी के कुछ क्षेत्रों में जहरीली शराब से 48 लोगों की जान चली गई थी।

इसी जहरीली शराब को मैनपुरी से ही अलीगंज और एटा के अन्य हिस्सों में भेजा गया था। इस घटना के बाद शासन और प्रशासन की सख्ती से इस पर कुछ समय के लिए अंकुश तो लगा, लेकिन अभी भी अवैध और कच्ची शराब का धंधा लगातार चल रहा है।

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