300 मौलवी आरएसएस की विचारधारा मुसलमानों तक पहुंचाएंगे

Update: 2017-05-04 05:53 GMT

आरएसएस का मास फ्रंट मुस्लिम राष्ट्रीय मंच रुड़की के नजदीक पीरन कलियार में 5-6 मई को एक कार्यक्रम आयोजित करने जारहा है। इस कार्यक्रम में मुस्लिम परिवारों को गाय के फायदे बताकर उसे गोद लेने की अपील की जाएगी। खबर है की मुस्लिम राष्ट्रीय मंच मुसलमानों से मदरसों में "भारतीय संस्कृति" को पाठ्यक्रम में शामिल किये जाने की भी अपील करेगा।


 इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार दो दिन के इस कार्यक्रम में  राम मंदिर बनाने और तीन तलाख पर भी चर्चा होगी। रिपोर्ट के अनुसार मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के इस कार्यक्रम में करीब 300 मौलवी आ सकते हैं। पीरन कलियार 13वीं सदी के चिश्तिया सूफी अलाउद्दीन अली अहमद साबिर कलयारी की की दरगाह है।  मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक और आरएसएस प्रचारक इंद्रेश कुमार विवादित विषयों पर मुस्लिम समुदाय के बीच एकराय कायम करना चाहते हैं।


इंद्रेश कुमार के अनुसार इस बैठक का मकसद मुस्लिम समुदाय के अगुआ लोगों से मिलकर एक राय पर पहुंचना है। कुमार ने अखबार से कहा कि कुरान में भी गाय का मांस खाना मना है।कुमार के अनुसार अरब के लोगों ने बहुत पहले बीफ पर पाबंदी लगा दी थी। बीफ खाने की रवायत मुसलमानों में हाल-फिलहाल की है। कुमार के अनुसार देश में करीब 150 मुस्लिम परिवार गौशालाएं चलाते हैं


इंद्रेश कुमार के अनुसार कुरान की शिक्षा देने वाले मदरसों को छात्रों को "भारतीय तहजीब" भी सिखानी चाहिए।पिछले कुछ सालों में बीफ या गाय की तस्करी को लेकर विभिन्न प्रदेशों में कई हिंसक घटनाएं हो चुकी हैं। यूपी के नोयडा में मोहम्मद अखलाक नामक व्यक्ति को बीफ रखने के संदेह में भीड़ ने पीटपीट कर मार डालने की घटना अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में रही थी।



अभी हाल ही में राजस्थान में पहलू खान नामक एक व्यक्ति को गाय तस्कीर के संदेह में कुछ लोगों ने इतना मारा कि उनकी अस्पताल में मौत हो गयी। वहीं तीन तलाक और राम मंदिर के मुद्दे पर भी देश की राजनीति गरमायी हुई है। दोनों ही मुद्दे फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन हैं लेकिन विभिन्न संगठन इनको लेकर विवादित बयानबाजियां करते रहे हैं।

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