BIG BREAKING: कभी भी 20 से ज्यादा विधायक दे सकते हैं इस्तीफा, नीतीश कुमार की सरकार गिरना तय!

Update: 2017-08-15 10:16 GMT

पटना। 26 जुलाई को नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़कर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली। इसके बाद जदयू में लगातार बगावत के सुर तेज हो रहे हैं। खबर है कि जदयू के 20 विधायक नीतीश कुमार के जोड़-तोड़ का गणितीय खेल बिगाड़ सकते हैं। बिहार को छोड़कर जदयू की अधिकांश राज्यों की इकाईयां बागी तेवर वाले शरद यादव के साथ हैं। जो ठीक समय पर शरद यादव के पक्ष में विधायक इस्तीफा देकर बिहार की नीतीश सरकार को गिरा देंगे।जदयू के राष्ट्रीय महासचिव और गुजरात के प्रभारी अरुण कुमार श्रीवास्तव ने यह बात उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कही। उनके मुताबिक, बिहार के जदयू में 20 से ज्यादा विधायक शरद यादव के पक्ष में हैं। इन विधायकों के इस्तीफे के सवाल पर अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि अभी विधायकों के इस्तीफे से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फायदा मिलेगा।



लखनऊ प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि शरद यादव ने 17 अगस्त को दिल्ली में गैर भाजपाई दलों के नेताओं के साथ अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है। इस बैठक के जरिए शरद यादव नीतीश को अपनी ताकत का एहसास कराएंगे। दिल्ली के बिट्ठल भाई पटेल सभागार में साक्षी विरासत संस्था के बैनर तले यह बैठक होगी। जिसमें राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव के साथ कांग्रेस, सीपीएम, सपा, बीएसपी और टीएमसी के बड़े नेता शिरकत करेंगे।


कांग्रेस की ओर से बैठक में गुलाम नबी आजाद मौजूद रहेंगे। उन्होंने बताया कि 27 अगस्त को राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की ओर से महागठबंधन को लेकर बुलाई गई बैठक में वरिष्ठ नेता शरद यादव मौजूद रहेंगे।आपको बता दें कि जदयू ने राज्यसभा सदस्य शरद यादव को 12 अगस्त को राज्यसभा में पार्टी के नेता पद से हटा दिया। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि उनकी जगह आरसीपी सिंह ने ली। दरअसल शरद यादव ने बिहार में भाजपा के साथ हाथ मिलाने के पार्टी के फैसले का विरोध किया था।

Similar News