नौकरशाहों ने योगी ब्रांड की निकाल दी हवा

140 अफसरों ने अभी तक नहीं दिया संपत्ति का ब्यौरा

Update: 2017-04-23 06:35 GMT

लखनऊ: यूपी के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश मानने को भी तैयार नहीं हैं। दो बार मौका देने के बावजूद 140 आईएएस अफसरों ने सरकार को अपनी चल संपत्ति का ब्यौरा नहीं दिया है।


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अफसरों के इस रवैये पर नाराजगी जताते हुए मुख्य सचिव राहुल भटनागर ने इन अफसरों को 25 अप्रैल तक हर हाल में सूचना उपलब्‍ध कराने की हिदायत दी है। जिन अफसरों ने अपनी सं‌पत्ति का ब्यौरा नहीं दिया है, उनमें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत अनुज कुमार विश्नोई, अनिल स्वरूप, राजीव कुमार-प्रथम, देवेंद्र चौधरी, जेएस दीपक, नीरज कुमार गुप्ता, दुर्गाशंकर मिश्र, अनंत कुमार सिंह और प्रदेश में कार्यरत आलोक सिन्हा, अवनीश कुमार अवस्थी, राजन शुक्ल, टी. वेंकटेश, मनोज कुमार सिंह जैसे आला अफसर शामिल हैं।


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इस क्रम में महिला अफसर भी पीछे नहीं हैं, ब्यौरा  न देने वाली महिला अफसर में  शालिनी प्रसाद, डा. अनीता भटनागर जैन, लीला नंदन, एस.राधा चौहान, कल्पना अवस्थी, अर्चना अग्रवाल, नीना शर्मा, अपर्णा यू, अनामिका सिंह, किंजल सिंह, दुर्गाशक्ति नागपाल आदि शामिल हैं।


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वहीं उमेश सिन्हा, प्रभात कुमार सांरगी, अरुण सिंघल, अमृत अभिजात, मोहम्मद मुस्तफा, आमोद कुमार, राजीव अग्रवाल,सत्येंद्र सिंह, राजीव रौतेला, अभिषेक सिंह-प्रथम, संजय आर. भूसरेड्डी, सुधीर एम बोबडे, सौरभ बाबू, ओम नारायण सिंह, विकास गोठलवाल, अजय शंकर पांडेय, डा. हृषिकेश भास्कर यशोद,अभय,नवीन कुमार जीएस. जैसे अफसर शामिल हैं। इन्होंने राज्य या केंद्र किसी को नहीं दी जानकारी हरिराज किशोर, पीके महांति, जितेंद्र कुमार, डा. हरिओम, अशोक कुमार-तृतीय, राजीव रौतेला, सुदेश कुमार ओझा, वीरेश्वर सिंह, अरुण कुमार मिश्र, यशवंत राव, अनीता श्रीवास्तव, महेंद्र कमार, अभय, उदयवीर सिंह यादव, एस. मथु शालिनी आदि ने भी ब्यौरा नहीं दिया है


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केंद्र सरकार ने एक जनवरी 2016 की स्थिति के अनुसार आईएएस अधिकारियों से अचल संपत्ति का ब्यौरा मांगा था। इसकी समय सीमा भी बीत गई। 37 आईएएस अधिकारियों ने अभी भी संपत्ति का ब्यौरा नहीं दिया है। यह ब्यौरा केंद्र व राज्य, दोनों सरकारों को देना था। मुख्य सचिव ने इस पर नाराजगी जताई है और इन अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया है। 25 अप्रैल तक इन्हें भी सूचना देना का अवसर दिया गया है।

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