योगी राज: 6 साधुओं ने मंदिर में किया सामूहिक बलात्कार: पढ़ें पूरी खबर

Update: 2017-05-06 04:50 GMT

फैजाबाद। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राजेश पाराशर ने अयोध्या के छह साधुओं के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। सभी के विरुद्ध मंदिर में ही सेवा करने वाली महिला व उसकी बेटी से दुष्कर्म करने व धमकाने का आरोप है। पीडि़त महिला का आरोप है कि वह जानकी निवास मंदिर में एक हजार रुपये प्रतिमाह पर नौकरानी का काम करती थी।

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महिला का आरोप है की उसका शोषण काफी समय से किया जा रहा था। मंदिर के साधुओं ने उसे कई बार हवस का शिकार बनाया।इससे आजिज आकर जब महिला ने काम छोड़ दिया तो बहाने से उसकी पासबुक रख ली। पासबुक मांगने जाने पर इन साधुओं ने उसके साथ दुष्कर्म किया। गत दो फरवरी को वह अपनी बेटी के साथ मंदिर में पासबुक लेने गई थी।

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मंदिर के छह साधुओं ने दोनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। सभी नामजद अभियुक्त रामस्वरूप दास उर्फ निमिया बाबा के चेला बताए गए हैं। स्थानीय पुलिस ने यह कहकर प्राथमिकी दर्ज नहीं की कि साधुओं के विरुद्ध मामला दर्ज नहीं किया जाएगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से भी कोई सहायता नहीं मिली, तब उसने अदालत की शरण ली।

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