योगीराज: बदमाशों के हौसले बुलंद, गाजियाबाद में दो नेताओं को गोलियों से भून डाला

Update: 2017-06-09 08:40 GMT

गाजियाबाद: विपक्ष के निशाने पर आई योगी सरकार प्रदेश में कानून का राज कायम करने में असफल साबित हो रही है, ताज़ा मामला में उनकी ही पार्टी के दो नेताओं की हत्या कर दी गई है। बताया जा रहा है कि बम्‍हैटा में बीजेपी नेता के बेटे और भतीजे को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया है। जबकि इस वारदात में तीन लोग घायल हुए हैं। सूत्रों की मने तो मामला चुनावी रंजिश का है, वही घायलों में दो शख्स विरोधी गुट के बताए जा रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में 7 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। इस घटना में बीएसपी के पूर्व पार्षद फूलकुंवर और गांव के ही आकाश को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जबकि घायल देवेंद्र अस्पताल में भर्ती है, जिसे पुलिस ने अस्पताल में ही कस्टडी में ले लिया है।


घटना के बाद से गांव में तनाव को देखते हुए एहतियातन पीएसी बल तैनात किया गया है।दरअसल घटना कविनगर थाना क्षेत्र के बम्हेटा गांव की है। गाजियाबाद में एक बार फिर चुनावी रंजिश में गैंगवार हुई है, जिसमें पार्षद के पिछले चुनाव को लेकर बम्हेटा गांव में बीजेपी नेता वेदू पहलवान और गजेंद्र यादव के बीच विवाद हुआ था, गजेंद्र समाजवादी पार्टी से संबंध रखता है। निकाय चुनाव के बाद सपा सरकार में बीजेपी नेता के खिलाफ हत्या की कोशिश की एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। मृतक के पिता को अफसोस हैं कि अगर वो इस बार निगम पार्षद के चुनाव ना लड़ते तो उनका बेटा अभी जिंदा होता।


उनका आरोप है कि उनके बेटे की हत्या चुनावी रंजिश में की गयी है। हालांकि उन्होंने सरकार में अपना विश्वास जताया है और उनको उम्मीद है कि हत्यारे जल्द गिरफ्तार होंगे। बता दें कि पुलिस की 6 टीम आरोपियों की तलाश में जुटी हैं।जागरण में जा रहे थेचश्मदीद की मानें तो बीती रात गांव में ही जागरण का प्रोग्राम था। जहां जोगेंद्र, जगनी, भजनी और बाबू शरीक होने जा रहे थे कि तभी गांव में ही दूसरे पक्ष के लोगों ने उन्हें घेर लिया और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जिसमें जोगेंद्र और जगनी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि भजनी यादव घायल हो गया, जिसे नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


वहीं दूसरे पक्ष का देवेंद्र गाजियाबाद के सर्वोदय अस्पताल में भर्ती है। उसको भी गनशॉट इंजरी है। पुलिस ने उसे इलाज के दौरान हिरासत में ले लिया है। इस मामले में गजेंद्र समेत 7 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई गई है। मृतक जोगेंद्र पेशे से सिविल कांट्रेक्टर था, जबकि जगनी प्रोपर्टी का कारोबार करता था।हैरानी इस बात की हैं कि घटना के 8 घंटे बीतने के बाद भी एसपी सीटी को घटना की मूल जानकारी तक नही है। एसपी सिटी को घायलों की संख्या तक पता नही हैं, जबकि गांव में दहशत का माहौल है।

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