बागपत में 5 दिन से धरने पर बैठे गन्ना किसान की मौत, जयंत चौधरी बोले- अब कैराना में BJP को सबक सिखाएगा किसान

Update: 2018-05-27 15:06 GMT

उत्तर प्रदेश के बागपत में पांच सूत्री मांगों को लेकर धरना दे रहे एक गन्ना किसान की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि किसान की मौत उस वक्त हुई जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वहां से कुछ दूरी पर ही 27 मई को होने वाली पीएम मोदी की जनसभा की तैयारियों में जुटे थे। बता दें कि पीएम बागपत में कैराना लोकसभा उपचुनाव के मद्देनज़र जनसभा करेंगे। रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने इस घटना की जानकारी देते हुए ट्वीट किया, 'जिमाना गांव के उदयवीर, गन्ना बकाया और बढ़े बिजली बिल के विरोध में क्षेत्र के किसानों के साथ 5 दिन से बड़ौत तहसील पर धरने पर थे। आज लड़ते लड़ते उनका धरनास्थल पर निधन हो गया।



किसान इस सरकार को सबक सिखाएगा'। बताया जा रहा है कि उदयवीर पिछले 5 दिनों से बड़ौत तहसील परिसर में एसडीएम ऑफिस के सामने क्षेत्र के गन्ना किसानों के साथ भूखहड़ताल पर बैठे थे। इस दौरान ही उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई। किसान की मौत से गुस्साए प्रदर्शनकारी अब मृतक का शव रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं। रालोद नेता अरूण तोमर ने बताया कि धरना स्थल पर किसान का शव रखा हुआ है, जबकि अभी तक कोई भी अधिकारी यहा नहीं पहुंचा है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के किसान पिछले पांच दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं, लेकिन प्रशासन ने उनकी मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया।


प्रशासन के रवैये से उदयवीर काफी निराश थे। ग़ौरतलब है कि देश भर की चीनी मिलों पर किसानों के बकाया की राशि बढ़कर 21,700 करोड़ रुपये को पार कर चुकी है और इसमें सबसे ज्यादा बकाया उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों पर करीब 13,500 करोड़ रुपये से ज्यादा है। किसानों को गन्ने का भुगतान नहीं होने से भारी आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जिससे किसानों में योगी सरकार के खिलाफ रोष बढ़ रहा है।

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