आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कैसे बनें ? How to become an Anganwadi worker?

भारत सरकार नें राज्य के सहयोग से बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से बचाने के लिए आंगनबाड़ी योजना का निर्माण किया है | इसकी शुरुआत एकीकृत बाल विकास सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत भारत सरकार नें सन 1985 में किया था |

Update: 2021-01-12 17:00 GMT

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कैसे बनें ? How to become an Anganwadi worker?

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कैसे बनें ?

भारत सरकार नें राज्य के सहयोग से बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से बचाने के लिए आंगनबाड़ी योजना का निर्माण किया है | इसकी शुरुआत एकीकृत बाल विकास सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत भारत सरकार नें सन 1985 में किया था | आंगनवाड़ी का अर्थ "आंगन आश्रय" होता है | यह बच्चों और महिलाओं के लिए परामर्श और आपूर्ति, पोषण शिक्षा, पूर्व-विद्यालय की गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण केंद्र है | इस पेज पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की योग्यता, नियुक्ति, मानदेय और भर्ती के नियम के विषय में विस्तार से जानकारी प्रदान की जा रही है |

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कैसे बनें ?

आंगनबाड़ी केंद्र (Anganwadi Center)

  1. वह स्थान जहाँ महिलाऐं एवं बच्चें अपने घर जैसा वातावरण प्राप्त करते है, इसके साथ ही वहाँ स्वास्थ्य, प्रारम्भिक शिक्षा एवं पोषण प्रदान किया जाता है, उसे आंगनबाड़ी केंद्र कहा जाता है
  2. यह वह स्थान होता है, जो ग्राम और बस्ती के मध्य स्थित होता है, जहां बच्चे सुरक्षित एवं बेहिचक होकर खेल सके तथा पोषाहार प्राप्त कर सके
  3. इस केंद्र में महिलाओं एवं बच्चों को पूरक पोषाहार प्रारम्भिक बाल्यावस्था शिक्षा एवं स्वास्थ्य विषयक सेवायें प्रदान की जाती है
  4. आंगनबाड़ी केंद्र गांव या झुग्गी बस्ती में स्थित, किसी घर के आंगन में आईसीडीएस के अन्तर्गत बच्चों और महिलाओं को सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गयी बाल विकास सेवा प्रदान करने का एक मुख्य केन्द्र होता है
  5. आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा किया जाता है, और इस कार्य में सहायता हेतु सहायिकाओं का चयन किया जाता है

शैक्षिणिक योग्यता (Eligibility)

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए हाईस्कूल और सहायिका के लिए आठवीं की परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है |

आंगनबाड़ी भर्ती के नियम और नियुक्ति

  1. सरकार नें आंगनबाड़ी भर्ती के नियम में परिवर्तन किया है, इसकी अधिसूचना जारी कर दी है | इस भर्ती में अब साक्षात्कार 25 नंबर का होगा | अब प्रदेश में होनें वाली नियुक्तियों में यह नियम लागू किया जायेगा, इस नियम के अंतर्गत अभ्यर्थी को कुल 25 में 10 अंक शैक्षणिक योग्यता के प्रदान किये जायेंगे, इसमें सात अंक निर्धारित योग्यता के लिए के लिए प्रदान किये जायेंगे
  2. यदि अभ्यर्थी स्नातक उत्तीर्ण है, तो उसको दो अंक प्रदान किये जायेंगे इसके अतिरिक्त यदि अभ्यर्थी स्नातकोत्तर भी उत्तीर्ण है, तो उसको एक अंक और प्रदान किया जायेगा
  3. यदि अभ्यर्थी को नर्सरी अध्यापिका, बालसेविका, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका, टेल¨रग टीचर तथा शिशु पालक का 10 माह या इससे अधिक का अनुभव है, तो उसे तीन अंक प्रदान किये जायेंगे
  4. यदि अभ्यर्थी अनाथ आश्रम, बालिका आश्रम में रहने वाले, तलाकशुदा व एकल महिला जो सात साल से अपने पति से अलग रहती हो, उसे तीन अंक प्रदान किये जायेंगे
  5. यदि अभ्यर्थी 40 प्रतिशत या इससे अधिक विकलांग है, तो उसे दो अंक प्रदान किया जायेंगे
  6. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित अभ्यर्थी को दो अतिरिक्त नंबर प्रदान किये जायेंगे
  7. व्यक्तिगत साक्षात्कार तीन अंक का होगा
  8. इस प्रकार से बनायीं गयी मेरिट में जो शीर्ष स्थान पर होगा उसे नियुक्ति दे दी जाएगी

महत्वपूर्ण जानकारी (Important Information)

  • 1. निर्धारित योग्यता (राज्य के अनुसार) 7 अंक
  • 2. स्नातक 2 अंक
  • 3. स्नातकोत्तर 1 अंक
  • 4. नर्सरी अध्यापिका, बालसेविका या शिशु पालक का 10 माह या इससे अधिक अनुभव 3 अंक
  • 5. अनाथ आश्रम, बालिका आश्रम में रहने वाली, तलाकशुदा व एकल महिला जो सात साल से अपने पति अलग रहती हो 3 अंक
  • 6. 40 प्रतिशत या इससे अधिक विकलांग 2 अंक
  • 7. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित अभ्यर्थी 2 अंक
  • 8. व्यक्तिगत साक्षात्कार 3 अंक
  • 9. दो बेटी वाले परिवार की अभ्यर्थी 2 अंक
  • कुल 25 अंक

मानदेय (Honorarium)

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का मानदेय 8000 रुपये प्रतिमाह है और सहायक का 4000 रूपए प्रतिमाह है |

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