UP : योगी के गढ़ में पुलिस वालों ने डाला डाका, दरोगा व सिपाहियों ने लूट लिए 30 लाख, ऐसे हुई लूट

महराजगंज के स्वर्ण कारोबारियों के साथ 48 घंटे पहले गोरखपुर के नौसढ़ के पास हुई 30 लाख की लूट का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। लूट फर्जी पुलिस वालों ने नहीं बल्कि असली पुलिस ने की थी। लूट को अंजाम देने वाले दारोगा और दो सिपाही बस्ती जिले में तैनात है। खुलासे के बाद पुलिस महकमें खूब फजीहत हो रही है।

Update: 2021-01-22 06:05 GMT

गोरखपुर: महराजगंज के स्वर्ण कारोबारियों के साथ 48 घंटे पहले गोरखपुर के नौसढ़ के पास हुई 30 लाख की लूट का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। लूट फर्जी पुलिस वालों ने नहीं बल्कि असली पुलिस ने की थी। लूट को अंजाम देने वाले दारोगा और दो सिपाही बस्ती जिले में तैनात है। खुलासे के बाद पुलिस महकमें खूब फजीहत हो रही है।

गोरखपुर पुलिस ने लूट का खुलासा किया

मंगलवार को महराजगंज के निचलौल के दो स्वर्ण व्यवसाइयों से पुलिस की वर्दी में आए बदमाशों ने 19 लाख नकदी व 11 लाख के पुराने सोने लूट लिये। इन दो स्वर्ण व्यवसाइयों से लूट की खबर से पुलिस सकते में आ गई थी। गुरुवार को गोरखपुर पुलिस ने लूट का खुलासा किया तो चौंकाने वाली बात सामने आई। पुलिस ने बताया कि लूट असली पुलिसवालों ने की थी। लूट का आरोपी दरोगा धर्मेन्द्र यादव, सिपाही संतोष यादव और महेन्द्र यादव तीनों पुरानी बस्ती थाने में तैनात हैं। एसएसपी ने बताया कि दागदार पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की सिफारिश की जाएगी। तीनों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी। तीनों ने खुद को कस्टम का अधिकारी बताकर लूट की थी।

ऐसे हुई लूट

निचलौल कस्बे के महाशय मोहल्ला निवासी दीपक वर्मा पुत्र राजनारायण व ग्राम खोन्हौली निवासी रामू वर्मा पुत्र स्व. दयाशंकर से गोरखपुर के गीडा क्षेत्र में बुधवार की सुबह करीब आठ बजे पुलिस की वर्दी में आए कुछ लुटेरों ने 19 लाख नकदी व 11 लाख रुपये के सोने लूट लिए थे। निचलौल मेन मार्केट में अंकित ज्वेलर्स के नाम से संचालित दुकान के मालिक व दीपक के बड़े भाई तारकेश्वर वर्मा के मुताबिक, एक सप्ताह की बिक्री व बदले गए पुराने सोने को लेकर उनका छोटा भाई दीपक बुधवार की सुबह पांच बजे घर से सरकारी बस से गोरखपुर के लिए निकले थे। उसके साथ खोन्हौली निवासी रामू वर्मा भी था। जो गौतम वर्मा की दुकान पर काम करता है और सोने चांदी के आभूषण लेकर गांवों में बेचता है।

गोरखपुर पहुंच कर बस से लखनऊ के लिए निकलने वाले थे

दोनों गोरखपुर पहुंच कर रोडवेज से जनरथ बस से लखनऊ के लिए निकलने वाले थे। इसी बीच पुलिस की वर्दी में आए कुछ लोगों ने जांच के नाम पर उन्हें बस से उतार कर साथ लेते गए। दोनों को गीडा के पास सुनसान जगह पर ले जाकर मारपीट कर नकदी व पुराना सोना लूट लिया। साथ ही दोनों को वहीं छोड़कर चले गए। इसके बाद दोनों ने पहले लूट की सूचना घर वालों को दिया, फिर पुलिस को सूचित किया। तारकेश्वर वर्मा ने बताया कि उनके भाई दीपक के पास 11 लाख रुपये नकदी व 95 ग्राम पुराना सोना था। जिसकी कीमत पांच लाख के करीब है। इसके साथ ही रामू के पास आठ लाख नकदी व दो सौ ग्राम पुराना सोना जिसकी कीमत छह लाख थी।

Tags:    

Similar News