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BIG BREAKING: शरद यादव आज आर-पार के मूड में, जदयू में मचा हड़कंप राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज

BIG BREAKING: शरद यादव आज आर-पार के मूड में, जदयू में मचा हड़कंप राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज
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पटना। जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को पटना में होगी। इसमें कल कई अहम फैसले लिए जाएंगे। बैठक में एनडीए में शामिल होने का फैसला लिया जाएगा। साथ ही शरद यादव के खिलाफ पार्टी बड़ी कार्रवाई कर सकती है। वही दूसरी तरफ शरद यादव पटना में मीटिंग कर पार्टी पार्टी पर अपना दवा ठोकने के लिए तैयार हैं। शरद खेमे का दवा है की 20 से ज़्यादा विधायक उनके संपर्क में हैं। आज असली और नकली JDU की लड़ाई पुरे ज़ोर-शोर से शुरू होने की पूरी संभावना है। जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले शुक्रवार को 1, अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक हुई। इसमें राष्ट्रीय कार्यकारिणी के प्रस्तावों को अंतिम रूप दिया गया। फिर, रवींद्र भवन में दोपहर बाद खुला अधिवेशन का आयोजन किया गया। जदयू के प्रधान महासचिव सह राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने बताया कि ख्‍ाुला अधिवेशन में राजनीतिक प्रस्ताव पेश किए गए।


राजनीतिक प्रस्ताव में एनडीए में शामिल होने, महागठबंधन से अलग होने के कारणों और बिहार में बाढ़ आपदा को लेकर प्रस्ताव भी पेश किए गए। केसी त्‍यागी ने बताया कि खुला अधिवेशन में पार्टी के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारियों, राष्ट्रीय कार्यकारिणी व राष्ट्रीय परिषद् के सदस्यों को बुलाया गया। दूसरी ओर सूत्रों की मानें तो पार्टी में बगावत की आवाज बुलंद कर रहे सांसद शरद यादव समेत अन्य नेताओं पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बड़ा फैसला लिया जा सकता है। संभव है कि उन्‍हें पार्टी से निष्‍कासित कर दिया जाए। महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि शरद यादव के साझा विरासत सम्‍मेलन के आयोजन को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने गंभीरता से लिया है। इस पर पार्टी उचित समय पर उचित फैसला लेगी। केसी त्यागी ने कहा कि पार्टी की 19 अगस्त की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने के लिए शरद यादव को बुलाया गया है। हालांकि, शरद यादव राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं। वे पटना में ही जदयू के अपने गुट की दूसरी बैठक करेंगे। यह कार्यक्रम पटना के एसकेएम हॉल में आयोजित किया गया है।

राजनीतिक बयानबाजी तेज

शरद व नीतीश के विरोध के बीच राजनीतिक बयानबाजी भी तेज है। जदयू प्रवक्‍ता अजय आलोक ने शरद यादव हमला बोला है। अजय आलोक ने ट्वीट कर कहा कि शरद जी Tired हो गए हैं और अब Retired होने का वक्त आ गया है। इतनी समझ तो होनी ही चाहिए कि लोकतंत्र में विरासत जनता देती है न की परिवार। उन्होंने कहा कि साझा विरासत एक ऐसा कार्यक्रम हैं जिसे शरद ने 30 साल पहले 1987 में कांग्रेस के खिलाफ चलाया था। आज उस विरासत के मुख्य किरदार बदल गए, वाह रे विरासत। जदयू ने एक अन्य प्रवक्ता नीरज ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जदयू को गुलाम नबी आजाद से सर्टिफिकेट लेने की जरुरत नहीं है। गुलाम नबी आजाद कांग्रेस की चिंता करें। कांग्रेस पहले कितनी बार बटी और आगे कितने टुकड़े वाली है वो इसकी चिंता करे। उधर, राजद नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि जब से बिहार के मुख्यमंत्री आएसएस और बीजेपी की गोद में खेलने लगे हैं तब से बिहार में अधोषित आपातकाल आ गया है। उन्होंने कहा कि बालू मामले में लगे आरोप साबित होने पर वो राजनीति से संन्यास ले लेंगे। उन्होंने कहा कि भागलपुर में सृजन घोटाले के लिए नीतीश कुमार और सुशील मोदी जिम्मेदार हैं।

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