असली खेल तो अब शुरू हुआ है, तीनों दलों के विधायक नया नेता चुनेंगे – लालू प्रसाद यादव
BY Jan Shakti Bureau28 July 2017 4:28 AM GMT
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Jan Shakti Bureau28 July 2017 4:28 AM GMT
बीजेपी के साथ घर वापसी कर सावन के महीने में झूला झूलने की तैयारी में नितीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया। नीतीश के इस्तीफे के बाद लालू यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नितीश सरकार चलाने में विफल हो गए थे, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया है। लालू ने कहा कि वह भाजपा से मिले हुए थे और काफी दिनों से जाने का रास्ता खोज रहे थे।
भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ाई में जुड़ने के लिए नीतीश कुमार जी को बहुत-बहुत बधाई।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 26, 2017
सवा सौ करोड़ नागरिक ईमानदारी का स्वागत और समर्थन कर रहे हैं
मोदी जी ट्वीट बता रहा है कि बीजेपी से हाथ मिला चुके हैं नीतीश कुमार। इधर नीतिश ने इस्तीफा दिया उधर मोदी जी ने बधाई दे दी।लालू यादव ने यह भी कहा कि नितीश कुमार पर 302 का मुक़दमा झेल रहे हैं, जिससे बचने के लिए उन्होंने यह सब किया है। लालू यादव ने यह भी कहा कि महागठबंधन अभी खत्म नहीं हुआ है, कांग्रेस, राजद और जेडीयू के सभी विधायक से हम कहेंगे कि वे बैठकर नया नेता चुनें।
हमने जो निर्णय लिया उसपर माननीय प्रधानमंत्री @narendramodi के ट्वीट के द्वारा दी गई प्रतिक्रिया के लिए उन्हें तहेदिल से धन्यवाद.
— Nitish Kumar (@NitishKumar) July 26, 2017
जिसके उम्मीदवार न नीतीश कुमार होंगे और न ही तेजस्वी यादव। लालू ने नितीश को यह भी याद दिलाया कि महागठबंधन के गठन के समय नितीश ने वादा किया था कि मर जाएंगे लेकिन कभी भी भाजपा में नहीं जाएंगे। कभी अपनी जुबान पर भी टिकना सीख ले।
2002 में भाजपा के अध्यक्ष से नाराज़ होकर रेलवे मंत्री के तौर पर इस्तीफ़ा – फिर 2013 में मोदी की वजह से भाजपा से गठबंधन तोड़ा – फिर 2014 में आम चुनावों में करारी हार होने पर इस्तीफ़ा और मांझी को मुख्यमंत्री बनाना – फिर मांझी से भी दिक्कत हो गयी और खुद मुख्यमंत्री बनना – फिर 2015 में राजद के साथ गठबंधन करना – 2017 में फिर से इस्तीफ़ा और गठबंधन तोड़ना – फिर से भाजपा के साथ जाएंगे ?
नीतीश कुमार अगर किसी से बना नहीं सकते हैं तो अपने दम पर क्यों नहीं लड़ते हैं ? किस पार्टी के भ्रष्टाचार के बारे में उन्हें पता नहीं था ? किस पार्टी के फासीवाद का उन्हें पता नहीं है ?
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