अभी-अभी: आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के 12 ठिकानों पर CBI की छापेमारी: जानें क्या है मामला
BY Jan Shakti Bureau7 July 2017 5:38 AM GMT
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Jan Shakti Bureau7 July 2017 5:38 AM GMT
नयी दिल्ली: आज सुबह सात बजे सीबीआइ ने लालू प्रसाद यादव के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की. सीबीआइ ने राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख के पटना, रांची, पुरी, गुरुग्राम और दिल्ली समेत 12 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर दी. सीबीआइ ने होटलों के रख-रखाव के लिए निविदाएं देने में कथित अनिमितता के मामले में यह कार्रवाई की है. सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बिहार के उपमुख्यमंत्री और उनके बेटे तेजस्वी यादव, आइआरसीटीसी के तत्कालीन एमडी पीके गोयल, लालू प्रसाद के विश्वासपात्र प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सुजाता और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. गुप्ता कॉरपोरेट मामलों के पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं.
सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2006 में रांची और पुरी के बीएनआर होटलों के विकास, रख-रखाव और संचालन के लिए निविदाओं में कथित अनियमितता पाये जाने के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. ये निविदाएं निजी सुजाता होटल्स को दी गयीं थीं. बीएनआर होटल रेलवे के हेरिटेज होटल हैं, जिन्हें उसी साल (वर्ष 2006 में) आइआरसीटीसी ने अपने नियंत्रण में ले लिया था. शुक्रवार सुबह-सुबह सात बजे पांच गाड़ियों में 25-30 सीबीआइ के अधिकारी पटना के 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी देवी के घर पहुंची. अधिकारियों ने राबड़ी और उनके बेटों से पूछताछ करनी शुरू कर दी. लालू प्रसाद यादव से रांची में पूछताछ की जा रही है. लालू प्रसाद के खिलाफ सीबीआइ की विशेष अदालत में चारा घोटाला मामले की सुनवाई हो रही है. दैनिक सुनवाई के दौरान लालू को हर दिन कोर्ट में पेश होना पड़ता है. इसलिए वह इन दिनों रांची में ही हैं.
लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इसे 'बदले की कार्रवाई' और 'विरोधियों को ठिकाना लगाने की राजनीति' करार दिया है. नयी दिल्ली में राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज कुमार झा ने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी नये गंठबंधन के सहयोग से 2019 का आम चुनाव जीतना चाहती है. वो नया सहयोगी है सीबीआइ. सरकार सीबीआइ का इस्तेमाल करके विरोधियों को दबाने की कोशिश कर रही है, लेकिन राजद उसके आगे घुटने नहीं टेकेगा. आप को बता दें की 16 मई को भी लालू यादव के दिल्ली-गुरुग्राम समेत 22 ठिकानों पर सीबीआइ ने छापेमारी की थी. ये छापेमारी भी जमीन सौदों को लेकर ही की गयी थी. आरोप है कि 1,000 करोड़ रुपये की बेनामी जमीन का सौदा किया गया. यहां बताना प्रासंगिक होगा कि बिहार भाजपा के नेता सुशील मोदी ने लालू प्रसाद पर अनैतिक तरीके से अकूत संपत्ति अर्जित करने का आरोप पिछले दिनों लगाया था. उन्होंने कहा था कि रेलवे के एक खलासी हृदयानंद चौधरी ने नौकरी के बदले लालू प्रसाद की बेटी हेमा यादव को अपनी 70 लाख रुपये मूल्य की जमीन गिफ्ट कर दी.
लालू प्रसाद पर यह भी आरोप है कि कांति सिंह की जमीन हथियाने के बाद उन्हें मंत्री बनाया गया. सुशील मोदी ने कहा कि मंत्री बनने के बाद कांति ने पटना बाइपास पर स्थित करोड़ों की अपनी प्राॅपर्टी लालू प्रसाद के परिवार के नाम कर दी. इसी तरह रघुनाथ झा ने भी मंत्री बनाने के एवज में करोड़ों का बंगला और जमीन लालू के परिवार के सदस्य के नाम कर दिया. लालू की बेटी मीसा यादव और उनके पति पर फर्जी कंपनियों के सहारे अनैतिक रूप से करोड़ों रुपये की कमाई की. इस मामले में उनकी मदद करनेवाले दिल्ली के एक चार्टर्ड एकाउंटेंट राजेश अग्रवाल को जेल भेज दिया गया है. चारा घोटाला मामले की दैनिक सुनवाई के लिए लालू प्रसाद इन दिनों रांची में हैं. उन्हें हर दिन सीबीआइ कोर्ट में पेश होना है. वर्ष 1996 में सरकारी खजाने से पशुओं के चारा के नाम पर 950 करोड़ रुपये की गलत तरीके से निकासी का मामला उजागर हुआ था. इस मामले में 44 से अधिक मामले दर्ज किये गये थे. इसमें देवघर व डोरंडा कोषागार से निकासी का मामला भी शामिल है. इससे पहले वह 6 जून को चारा घोटाला के एक मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की पटना स्थित सीबीआइ कोर्ट में पेशी हुई थी.
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