बच्चा तस्करी के आरोप में भाजपा सांसद रूपा गांगुली को CID ने भेजा नोटिस, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पर भी आरोप
BY Jan Shakti Bureau21 July 2017 1:42 PM IST

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Jan Shakti Bureau21 July 2017 1:42 PM IST
पश्चिम बंगाल सीआईडी ने गुरुवार को बीजेपी सांसद रूपा गांगुली को कथित बाल तस्करी मामले में नोटिस जारी किया है। पश्चिम बंगाल महिला मोर्च की अध्यक्ष नाम उस समय सामने आया जब इस मामले में मुख्य आरोपी चंदना चक्रवर्ती ने गांगुली के चाइल्ड ट्रैफिकिंग रैकेट में शामिल होने का आरोप लगाया था। मुख्य आरोपी को फरवरी महीने में पश्चिम बंगाल सीआईडी ने गिरफ्तार किया था। इस मामले में बीजेपी के राज्य प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय का नाम भी सामने आया था। बिमला शिशु गृह एनजीओ की अध्यक्ष चंदना चक्रवर्ती को बच्चों को गोद लेने के बहाने उन्हें बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
बीजेपी की महिला मोर्चा की नेता जूही चौधरी को राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करके सरकारी फंडिंग और लाइसेंस दिलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, रूपा गांगुली और कैलाश विजयवर्गीय ने कुछ भी गलत करने अथवा बाल तस्करी गिरोह की कथित जानकारी की बात से इनकार किया है।वहीं, दूसरी ओर सीआईडी अधिकारियों का दावा है कि उनके पास सबूत है कि जो बताते हैं कि जूही चौधरी ने सेंट्रल कोलकाता में रूपा गांगुली से मुलाकात की थी। वह यह भी मानते हैं कि जूही की पहुंच पार्टी के शीर्ष नेतृत्व तक थी। सीआईडी के मुताबिक महिला और बाल कल्याण मंत्रालय के संबंध एनजीओ को चलाने में दिक्कत आने पर चौधरी ने चक्रवर्ती की दिल्ली में अधिकारियों से मुलाकात कराई थी।
जांचकर्ताओं ने यह भी कहा कि महिला दो बार दिल्ली की यात्रा कर चुकी है। सीआईडी का दावा है कि रेड के दौरान नॉर्थ ब्लॉक एंट्री और एग्जिट रसीद बरामद की गई थी। बाद में बीजेपी ने चौधरी और उसके पिता को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। कैलाश विजयवर्गीय ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया, "राज्य में बीजेपी की छवि को खराब करने की तृणमूल कांग्रेस की यह कोशिश है। मेरे इस मामले में शामिल होने का सवाल ही नहीं होता। मैं चंदना नाम की किसी भी शख्स को नहीं जानता हूं। जहां तक मुझे ध्यान है, मैं जूही चक्रवर्ती से एक बार मिल चुका हूं। मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप बकवास है। हम सभी जानते हैं कि बंगाल में पुलिस सिर्फ टीएमसी के आदेश पर काम करती है। इससे पहले भी इस तरह बीजेपी नेताओं पी मजूमदार और अन्य के खिलाफ मामले दर्ज किए गए थे। यह एक दूसरी कोशिश है। ये सिर्फ बीजेपी पर आरोप लगाना चाहते हैं।
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