तमिलनाडु: अधिकार मांग रहे लोगों पर स्नाईपरों की गोलियां, बलात्कारी राम रहीम और करणी सेना के गुंडों का सत्कार,वाह खूब है राष्ट्रवादी सरकार
BY Jan Shakti Bureau24 May 2018 8:52 AM GMT
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Jan Shakti Bureau24 May 2018 2:31 PM GMT
तमिलनाडु के तूतीकोरिन में कंपनी द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण के विरोध में उतरे प्रदर्शनकारियों पर स्नाईपरों का इस्तेमाल किया गया है। प्रशासन का कहना है कि प्रदर्शनकारी हिंसक हो रहे थें इसलिए गोली चलानी पड़ी। लेकिन सवाल उठता है कि समान्य बंदूकों की जगह स्नाईपरों का इस्तेमाल क्यों किया गया?
#WATCH Local police in Tuticorin seen with assault rifles to disperse protesters demanding a ban on Sterlite Industries. 9 protestors have lost their lives. #TamilNadu. (Earlier visuals) pic.twitter.com/hinYmbtIZQ
— ANI (@ANI) May 22, 2018
क्या वेदांता स्टारलाइट कंपनी के इशारे पर सरकार ने कुछ चुनिंदा प्रदर्शनकारियों को निशाना बनाया है? पटना के रहने वाले प्रेम अगम ने बताया है कि स्नाईपरों का इस्तेमाल क्यों किया जाता है। उन्होंने अपने फेसबुक पर लिखा है "स्नाईपरों का इस्तेमाल युद्ध के दौरान किया जाता है। ये अचूक निशानेबाज होते हैं। स्नाईपर का मतलब है ,"एक दुश्मन – एक गोली" तमिलनाडु में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ स्नाईपरों का इस्तेमाल किया गया।
उद्देश्य था भीड़ में से कुछ खास लोगों को निशाना बनाना और आंदोलन को समाप्त कर देना। तमिलनाडु सरकार अपने ही लोगों के खिलाफ युद्ध कर रही है जो पर्यावरण को बचाने के लिए आंदोलन कर रहे थे। संसाधनों की लूट के सरकारी संरक्षण का यह जीता जागता उदाहरण है, जिसमें कॉरपोरेट, नौकरशाह और मीडिया सब शामिल हैं। आग लगा दो जंगलों को और हवाओं में जहर घोल दो"
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