2019 के हार से भयभीत लिखी गई मोदी की हत्या की स्क्रिप्ट, सहानुभूति का आखिरी खेल है लेटर!
BY Jan Shakti Bureau9 Jun 2018 2:14 PM IST
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Jan Shakti Bureau9 Jun 2018 7:54 PM IST
2019 मे बुरी तरह चुनाव मे हारने के डर से रची गयी है, पीएम मोदी की हत्या की साजिश का सहानुभूति का आखिरी खेल ! मोदी जी खुद दावा कर रहे है कि नोटबंदी से माओवादी खत्म हो गये है, तो फिर उनकी हत्या की साजिश वे कैसे रच सकते हैं ? दरअसल मोदी का तेजी से गिरता ग्राफ देखकर बीजेपी परेशान है चार साल मे एक भी काम न कर पाने की नाकामियों से दबी बीजेपी 2019 के लिए कुछ ऐसा करना चाहती है जिससे जनता एक बार और उसके झांसे मे फंस जाय। वैसे बीजेपी फर्जी आकङो से जनता को गुमराह करने मे सफल हो जाती पर सही आकङे सामने आ जाने से बीजेपी बेनकाब होती जा रही है। मोदी जी जो मुस्लिम देशो की यात्रा कर रहे है और मस्जिद मे घूम रहे है इससे हिन्दू संगठनों ने किनारा कर लिया है। मोदी की हत्या की साजिश एक हास्यास्पद ड्रामा भर है इससे बीजेपी 2019 के चुनाव के लिये देश की जनता से सहानुभूति लेने की कोशिश करेगी। अब देखना यह है कि बीजेपी कितनी सफल होती है।
एक माओवादी ने दूसरे माओवादी को चिट्ठी लिखी..भाई, मोदीजी बहुत विकास कर रहे हैं, उनको मारना पड़ेगा.!
— Sneha singh (@sneha_si) June 9, 2018
इससे पहले कि वे अपनी योजना को अंजाम दे पाते..पुलिस ने पकड़ लिया!
आज के जमाने में चिट्ठी कौन लिखता है?जंगल में डाकघर का कौन-सा ब्रांच है?
"मोदी जी
भारत में सारे भक्त नहीं है"😁 pic.twitter.com/N1ZKbC5qSx
नक्सली पीएम मोदी को मारने का प्लान बना रहे थे उन्होंने प्लान बनाने के बाद उसे एक कागज पर लिखा। हिंदी और अंग्रेजी में उसे टाइप करवाया…फिर प्रिंट करवा के दो-दो प्रिंट तकिया के नीचे रख के सो गए और पुलिस से पकड़े जाने का इंतज़ार करने लगे…पुलिस आई, उन्होंने नक्सलियों के साथ वो लेटर बरामद कर लिया..फिर पुलिस ने उस लेटर को FIR में लगाने, कोर्ट में सौंपने के बाद बीजेपी के IT सेल के हेड को दे दिया…और IT सेल के हेड ने वो लेटर ट्वीटर पर छाप दिया…वहां से रिपोर्टरों ने कॉपी किया और अपने-अपने दफ्तर भेज दिया। शाम होने से पहले मामले में न्याय हो गया. आरोपी, दोषी करार दिए गए. और इस वजह से अदालती तामझाम में खर्च होने वाले करोड़ो रूपए बच गए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश की प्रमाणिकता पर सवाल उठाया है. साथ ही मामले की सत्यता की जांच करने की मांग की है. कांग्रेस नेता का कहना है कि यह सहानुभूति बटोरने की नरेंद्र मोदी की पुरानी चाल है. जब लोकप्रियता गिरती है, तो हत्या की साजिश की खबर को प्लांट कराई जाती है. लिहाजा इसकी हकीकत सामने लाने के लिए मामले की जांच की जानी चाहिए।
मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम ने कहा, 'मैं नहीं कहता हूं कि यह पूरी तरह से झूठ है, लेकिन यह पीएम मोदी की पुरानी टैक्टिस रही है. सीएम रहने के दौरान भी वो ऐसी ही टैक्टिस अपनाते रहे हैं. जब उनकी लोकप्रियता में गिरावट आती है, तो हत्या की साजिश की खबर प्लांट करा देते हैं. लिहाजा इसकी जांच होनी चाहिए कि यह कहां तक सच है। संजय निरुपम के बयान से पहले राष्ट्रीय जनता दल के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने भी ऐसा ही बयान दिया. उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ तेजी से गिर रहा है, जिसके चलते उनको माओवादी से खतरे की खबर को प्लांट किया गया है, ताकि सहानुभूति और वोट हासिल की जा सके। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करने की साजिश पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हम अपने प्रधानमंत्री की सुरक्षा का हमेशा ख्याल रखते हैं. उन्होंने कहा कि माओवादी और उग्रवादी अब अपनी हारी हुई लड़ाई लड़ रहे हैं।
माओवाद और उग्रवाद का काफी हद तक खात्मा हो गया है। बाबा रामदेव बोले – यदि पीएम मोदी की हत्या हो गयी तो उनके कारोबार का क्या होगा इस साजिश से व्यथित हूं। पीएम मोदी की हत्या की साजिश को लेकर लाला रामदेव ने कहा कि पतंजलि का बिजनेस जो रातो रात बढा है वह पीएम के आशीरवाद से ही बढा है राजीव गांधी की तरह उनकी हत्या के षड्यंत्र को जानकर मैं व्यथित हूं अगर मोदी जी की हत्या हो गयी तो मेरे कारोबार का क्या होगा मै बहुत चिंतित हू। नोटबंदी से तबाह हुये माओवादियों की एक चिट्ठी सामने आई है, जिसमें राजीव गांधी की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने का खुलासा हुआ है। 18 अप्रैल को रोणा जैकब द्वारा प्रकाश को लिखी गई चिट्ठी में कहा गया कि हिंदू फासिस्म को हराना अब काफी जरूरी हो गया है. मोदी की अगुवाई में हिंदू फासिस्ट काफी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, ऐसे में इन्हें रोकना जरूरी हो गया है।
इसमें लिखा है कि मोदी की अगुवाई में बीजेपी बिहार और बंगाल को छोड़ करीब 15 से ज्यादा राज्यों में सत्ता में आ चुकी है. अगर इसी तरह ये रफ्तार आगे बढ़ती रही, तो माओवादी पार्टी को खतरा हो सकता है. इसलिए वह सोच रहे हैं कि एक और राजीव गांधी हत्याकांड की तरह घटना की जाए। इस चिट्ठी में कहा गया कि अगर ऐसा होता है, तो ये एक तरह से सुसाइड अटैक लगेगा. हमें लगता है कि हमारे पास ये चांस है. मोदी के रोड शो का टारगेट करना एक अच्छी प्लानिंग हो सकती है. इस मामले पर सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी का कहना है कि अगर इस प्रकार की कोई बात सामने आई है, तो इसकी जांच होनी चाहिए।
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