VIDEO: आसाराम लड़कियों पर टॉर्च मार कमरे में बुला लेता था, खुद को कहता था कृष्ण'
BY Jan Shakti Bureau24 April 2018 7:06 AM GMT
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Jan Shakti Bureau24 April 2018 12:45 PM GMT
मासूम से दुष्कर्म के एक मामले में आसाराम बापू पर राजस्थान के जोधपुर की विशेष अदालत बुधवार को फैसला सुनाएगी। इसे देखते हुए शहर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। जोधपुर के पुलिस आयुक्त अशोक राठौर ने बताया कि फैसले के दिन बड़ी संख्या में समर्थकों के जोधपुर पहुंचने की आशंका को देखते हुए जिले में धारा-144 लागू कर दी गई है। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक नाबालिग लड़की द्वारा कथित तौर पर आसाराम बापू पर जोधपुर के बाहरी इलाके में स्थित अपने आश्रम में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए गए थे। जिस समय पीड़िता आश्रम में रह रही थी, वह 16 साल की थी। दिल्ली के कमला मार्केट थाने में यह मामला दर्ज कराया गया था, जिसे बाद में जोधपुर स्थानांतरित कर दिया गया। आसाराम पर पॉक्सो और एससी/एसटी ऐक्ट के तहत कानून की धाराएं लगाई गई हैं।
आसाराम को जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 को गिरफ्तार किया था और तब से वह जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं।आसाराम बापू पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता ने मीडिया के सामने कई चौंकाने वाले खुलासे किये थे। साल 2013 में मीडिया से बात करते हुए पीड़िता ने बताया था कि वह 2001 में आसाराम बापू और नारायण साईं से जुड़ी थी। पीडिता का कहना था कि जब वह उनके आश्रम गई तो उन लोगों ने प्रसाद में उसे कुछ ऐसा मिलाकर खिला दिया जिससे वह सम्मोहित हो गई और अपना घर-बार छोड़ने को मजबूर हो गई।
पीड़िता का कहना था कि वो दोनों पिता-पुत्र खुद को भगवान बताते थे। वो महिला भक्तों से कहते कि मैं भगवान कृष्ण का रूप हूं और तुम सारी भक्त गोपियां हो।पीड़िता ने बताया कि रात के वक्त आसाराम आश्रम में घूमता था और लड़कियों पर टार्च से रोशनी करता था। वो जिन लड़कियों पर टॉर्च मारता उसे उसके चेले अपने साथ ले जाते और बहला फुसला कर आसाराम के सामने परोस देते थे। पीड़िता ने बताया कि आसाराम ज्यादातर अपने आसपास सिंधि महिलाओं को रखता था। सिंधि महिलाओं को वहां मलंग कहा जाता था।
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