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VIDEO: दिल्ली पहुंचे बीमार लालू को देख कुलियों ने लगाये लालू यादव जिंदाबाद के नारे, सत्ता पक्ष के उड़े होश

VIDEO: दिल्ली पहुंचे बीमार लालू को देख कुलियों ने लगाये लालू यादव जिंदाबाद के नारे, सत्ता पक्ष के उड़े होश
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नई दिल्ली – बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद चारा घोटाला मे दोषी पाये जाने के बाद रांची जेल में सजा काट रहे थे इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी जिसके बाद उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया है। उधर झारखंड सरकार ने लालू यादव को एयर एंबूलेंस के बजाय ट्रेन से दिल्ली ले जाने की इजाजत दी थी। लालू 29 मार्च को दिल्ली पहुंचे तो स्टेशन पर कुलियो ने लालू के समर्थन में नारेबाजी की। जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सोशललिस्लट नेता संजय यादव ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि यह है एक जननेता की जीवन भर की कमाई हुई पूँजी। जब ग़रीबों के लिए लड़ने वाला नेता देश की राजधानी में रेल से उतरता है तो नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर केंद्र सरकार के कर्मचारी, जी हाँ! स्टेशन पर मौजूद सभी कूली अपने देवनहार के समर्थन में ज़िंदाबाद के गगनभेदी नारे लगाते है।


यह दुर्लभ सौभाग्य भारतीय राजनीति में लालू प्रसाद के सिवाय किसी और को प्राप्त नहीं है। जहाँ एक अधिनायक मोदी के नीचे काम करने वाले केंद्रीय रेलवे कर्मचारी उस दक्षिणपंथी अधिनायक के रेसकोर्स रोड अवस्थित प्रधानमंत्री आवास से चंद क़दम दूर उसकी 56 इंची छाती पर चढ़कर उसके सबसे कट्टर विरोधी लालू प्रसाद के समर्थन में नारे लगाते है। यही तो है लालू का असली भ्रष्टाचार। जिसके पक्ष में रेलवे स्टेशन पर मौजूद हर न्यायप्रिय व्यक्ति नारे लगाता है और बिन बुलाए हज़ारों की संख्या में देश की राजधानी दिल्ली में स्वतः एकत्रित हो जाते है। आज़ादी के 58 साल बाद भी देश के लाखों ग़रीब परिवारों से आने वाले कुलियों को रेलमंत्री रहते लालू ने एक झटके में ग्रुप-डी में बहाल कर सरकारी कर्मचारी बना दिया था।


ग़रीब हित का यह काम ग़रीब का बेटा लालू ही कर सकता था।कुल्हड़ लागू कर लाखों कुम्हारों को रोज़गार दिलाया। नीम की दातुन उपलब्ध करवा रोज़गार सृजन किया। ग़रीब रथ चलवा सामान्य टिकट पर ग़रीबों को ए॰सी॰ में बैठाया। वो लालू जी ही थे जिन्होंने सामान्य श्रेणी के डिब्बो में लकड़ी की सीटें हटवाकर गद्दीदार सीटें लगवाईं थीं। इसलिए मैं हमेशा कहता हूँ ग़रीब कभी अहसानफ़रामोश नहीं होता। आज के दौर में बड़े से बड़ा अफ़सर नौकरी जाने के डर से विपक्षियों से बात करने में भी डरता है वहीं आज इन ग़रीब स्वाभिमानी कुलियों को लालू जी के साथ खड़े देखकर सुकून और लड़ने का हौसला मिला। अगर आप अब भी सोचते है लालू भ्रष्टाचार के कारण जेल में है तो और कुछ नहीं कहना।

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