भारत में दलितों और मुसलमानों के खिलाफ हिंसक घटनाओं में वृद्धि हुई है: रिपोर्ट
अमरीका के अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (यूएससीआईआरएफ) की ताज़ा रिपोर्ट में कहा गया है की भारत में दलितों और मुसलमानों के खिलाफ हिंसक घटनाओं में तेज़ी से वृद्धि हुई है
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अमरीका के अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग ने भारत को दुनिया के ऐसे 12 देशों की सूची में रखा है जहाँ लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता सिकुड़ रही है।रिपोर्ट के मुताबिक़, साल 2016 में भारत में धार्मिक सहिष्णुता और धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति काफ़ी बिगड़ी हुई रही।
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आप को बता दे की रिपोर्ट बुधवार को जारी की गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल दलितों और अल्पसंख्यकों को हिंदूवादी संगठनों की हिंसा और प्रताड़ना का शिकार होना पड़ा।
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आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद और उनके समर्थक संगठनों ने मुसलमानों और दलितों के खिलाफ कई हिंसक घटनाएं अंजाम दी। ये घटनाएं भारत के 29 राज्यों में से 10 में सबसे ज्यादा हुईं।आयोग ने गाय को भी इस हिंसा का ज़िम्मेदार माना है। रिपोर्ट में ये भी प्रश्न उठाया गया भारत का संविधान अल्पसंख्यको को बराबरी और धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार देता है, लेकिन इसके उलट सरकारें और तथाकथित राष्ट्रवादी उनसे ये अधिकार छीनना चाहते हैं।
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संगठन से जुड़े लोगों का कहना है कि इन सब वजह से यूएससीआईआरएफ ने फिर से भारत को अपने टियर 2 पर रखा है, जहां यह 2009 के बाद से है।इसी सूची में अन्य 11 देशों में अफगानिस्तान, अजरबैजान, बहरीन, क्यूबा, मिस्र, इंडोनेशिया, इराक, कजाखस्तान, लाओस, मलेशिया और तुर्की शामिल हैं।