बिहार में मौसम का कहर, आंधी तूफान के साथ ओलावृष्टि, फसलें बर्बाद
BY Jan Shakti Bureau31 March 2018 3:56 PM IST

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Jan Shakti Bureau31 March 2018 9:30 PM IST
पटना। उत्तर बिहार के छह जिले शुक्रवार को कालबैसाखी की चपेट में आ गए। तेज आंधी-बारिश के साथ बड़े-बड़े ओले बरसे। आम और लीची को भारी क्षति पहुंची। रबी की फसलों पर भी असर देखा गया। गोपालगंज के भोरे में प्रखंड मुख्यालय के पास एसबेस्टस शीट उड़कर गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। देर रात पटना शहर और आसपास भी ओलावृष्टि के साथ तेज बारिश हुई। मौसम विभाग ने शनिवार को भी तेज आंधी-पानी की आशंका जताई है। कृषि विभाग के प्रारंभिक आकलन में नेपाल से सटे बिहार के छह जिलों में भारी नुकसान का पता चला है। रबी फसल से ज्यादा आम-लीची के मंजर एवं टिकोले को नुकसान पहुंचा। बड़ी संख्या में बाग-बगीचे तबाह हो गए हैं। पूर्वी चंपारण समेत कई जिलों में आंधी की रफ्तार 60 से 70 किमी प्रति घंटा रही। कमजोर घर वाले लोग दहशत में रहे। उत्तर बिहार में फसलों और सब्जियों को भारी क्षति हुई। कई घर और पेड़ गिरे।
बिजली सेवा प्रभावित हो गई। सड़कों पर आवागमन बाधित हो गया। आसमानी बिजली (ठनका) गिरने से मधुबनी जिले में दो महिलाएं बुरी तरह झुलस गईं। सीतामढ़ी में घर गिरने से एक महिला जख्मी हो गई। बगहा में सुबह दस बजे तक आसमान बादल से ढका रहा। वहीं, सिकटा, मैनाटांड़, गौनाहा प्रखंड क्षेत्र की सैकड़ों एकड़ में लगी गेहूं, तेलहन एवं दलहन की फसल को नुकसान हुआ। रक्सौल, पलनवा, आदापुर प्रखंडों में करीब 20 मिनट तक तेज बारिश हुई। यहां 200 ग्राम तक के ओले पड़े। दरभंगा में हल्की बारिश व ओलावृष्टि हुई।पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल में कहीं तेजी आंधी तो कहीं आंधी के साथ बारिश भी हुई। सुपौल, अररिया और किशनगंज में ओले पड़े। सहरसा, मधेपुरा जिले में भी हल्की बूंदाबांदी हुई। अररिया के सिकटी प्रखंड की मजरख, आमगछी व मुरारीपुर आदि पंचायतों में फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं। किशनगंज में करीब 25 मिनट तक बारिश के साथ-साथ बड़े-बड़े ओले गिरे। वाहनों के शीशे टूट गए।
ग्रामीण इलाकों में मक्का, गेंहू, आम व लीची की फसल को नुकसान पहुंचा है। इस दौरान कई लोग चोटिल भी हुए हैं। तेज बारिश के कारण जलजमाव हो गया। मौसम का उखड़ा मिजाज काल बैसाखी की आहट दे रहा। अभी बिहार में ट्रफ लाइन बनी हुई है, जो आगे भी कायम रहेगी। शुक्रवार को धूलभरी तेज हवा के कारण यह ट्रफ लाइन बनी थी। शनिवार का मौसम भी कुछ ऐसा ही रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक यह काल बैसाखी का दौर है। ऐसे में अचानक आंधी-पानी की स्थिति बनती है। चूंकि शनिवार को ट्रफ लाइन सूबे से बाहर नहीं होगी, लिहाजा आंधी और बारिश से इन्कार नहीं किया जा सकता। नेपाल के सीमावर्ती जिलों में तेज आंधी-पानी और ओलावृष्टि की सूचना है। रबी फसलों से ज्यादा आम-लीची की क्षति हुई है। सभी जिलों को आकलन का निर्देश दिया जा चुका है। नुकसान की भरपाई की जाएगी।
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