जानिए-कौन था अबु दुजाना, क्या है संगठन लश्कर की कहानी?
BY Jan Shakti Bureau1 Aug 2017 7:25 AM GMT
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Jan Shakti Bureau1 Aug 2017 7:25 AM GMT
नई दिल्ली. दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में मंगलवार सुबह आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का कश्मीर चीफ अबु दुजाना मारा गया. पुलिस अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा बलों को पुलवामा के हकरीपुरा गांव में आतंकियों के मौजूद होने की खुफिया जानकारी मिली थी जिसके बाद उन्होंने यह कार्रवाई की. ज्ञात हो कि सेना को अबु दुजाना की काफी लंबे समय से तलाश थी. दुजाना को उधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले और पंपोर आतंकी हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है.
जानिए कौन था अबु दुजाना:
दुजाना लश्कर कमांडर अबू कासिम के मारे जाने के बाद आतंकी संगठन का टॉप कमांडर बन गया था.
वो सात साल से कश्मीर में सक्रिय था और उस पर 8 लाख का इनाम था.
दुजाना पहले कई बार सुरक्षा बलों चकमा देकर भाग चुका था.
19 जुलाई को भी सेना ने अबु दुजाना को घेरा था, अबु दुजाना को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था, मगर दुजाना चकमा देकर फरार हो गया था.
इसी साल के मई महीने में भी दुजाना को इसी गांव में सेना ने घेर लिया था मगर गांव वालों ने पत्थरबाजी कर उसे भागने में मदद की थी. दुजाना को उधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले और पंपोर आतंकी हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है.
दुजाना की हाल ही में शादी हुई थी.
क्या है लश्कर-ए-तैयबा
लश्कर-ए-तैयबा एक आतंकी संगठन है जिसने भारत में कई आतंकी हमलों को अंजाम दिया है. यह दक्षिण एशिया के सबसे बडे़ इस्लामी आतंकवादी संगठनों में से एक है. इसकी शुरुआत अफगानिस्तान के कुन्नार प्रोविंस में वर्ष 1987 में हुई थी. हाफिज सईद के अलावा इस संगठन को शुरू करने में अब्दुल्ला आजम और जफर इकबाल नामक दो और व्यक्ति शामिल थे. बताया जाता है कि अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन लश्कर को पैसे मुहैया करता था. इस आतंकी संगठन का हेडक्वार्टर लाहौर के पास पंजाब प्रांत के मुरीदके में स्थित है.
इस संगठन ने भारत के विरुद्ध कई बड़े हमले किये हैं. अमेरिका में सितम्बर 2001 में हुए आतंकी हमले के बाद परवेज़ मुशर्रफ़ ने लश्कर पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया था. 5 दिसंबर 2001 में अमेरिका ने इसे अपनी आतंकी लिस्ट में शामिल किया. भारत ने भी इसे एक कानून के तहत बैन कर दिया था. ब्रिटेन ने भी इसे आतंकी संगठन करार दिया है. संयुक्त राष्ट्र ने 2005 में लश्कर पर बैन लगाया था. लश्कर के आतंकी कैंप्स पाकिस्तान के कई हिस्सों में मौजूद हैं. लश्कर के बेस कैंप मरकज-ए-तैयबा के नाम से जाना जाता है.
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