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बिहार

बिहार में पकड़ा गया सबसे अधिक काली कमाई वाला अफसर

बिहार में पकड़ा गया सबसे अधिक काली कमाई वाला अफसर
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पटना : नगर विकास एवं आवास विभाग में असिस्टेंट इंजीनियर कामेश्वर प्रसाद सिंह के बैंक लॉकर खुले तो सोने की ईंट, हीरे जड़े गहने और नोटों के बंडल मिले। पत्नी, बेटी और बहू के नाम पर खोले गए चार बैंक लॉकर से एक-एक किलो वजन वाली सोने की दो ईंटें, सोने, चांदी और हीरे जडे़ गहने और ठूंस-ठूंसकर रखे गए एक करोड़ 38 लाख 22 हजार 500 रुपये मिले।

तीन अगस्त से अबतक हुई जांच में केपी सिंह की कुल पांच करोड़ 40 लाख पांच हजार 300 रुपये की चल व अचल संपत्ति का पर्दाफाश हो चुका है। इसमें काली कमाई की कितनी है, जांच जारी है। केपी सिंह, उनकी शिक्षिका पत्नी मंजू सिंह और दो बेटियों और बहू के बैंक लॉकर और बैंक खातों की जांच अभी जारी है। दिक्कत यह है कि केपी सिंह और उनका परिवार जांच में सहयोग नहीं कर रहा है।

बिहार में एसवीयू के गठन के बाद पिछले 10 साल के इतिहास में यह सबसे बड़ा मामला है। इतनी संपत्ति अब तक किसी भी राजपत्रित अधिकारी के पास नहीं मिली थी। दिल्ली से पटना तक फ्लैट और आलीशान मकान केपी सिंह के खिलाफ चल रही जांच में पटना के राजीव नगर के रोड नंबर-14 में तीन कठ्ठे में बना आलीशान मकान, पटना के किदवईपुरी में एक फ्लैट और गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित नीतिखंड में फ्लैट के कागजात भी बरामद हुए हैं।

एसवीयू की टीम ने केपी सिंह की शिक्षिका पत्नी के सारण जिले के एकमा स्थित कोहरगढ़ गांव में आइटीआइ का भी पर्दाफाश किया है। एसवीयू के आइजी रत्न संजय ने बताया कि अभी जांच जारी है और इसमें अभी और संपत्ति का पर्दाफाश हो सकता है।

राज्य में यह बरामदगी का सबसे बड़ा मामला है। एसवीयू सूत्रों ने बताया कि जिला शहरी विकास अथारिटी (डूडा) के परियोजना निदेशक केपी सिंह की काली कमाई ने बिहार में भ्रष्टाचार के सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। इनके बैंक लॉकर से सोने की दो-दो ईंटें मिलीं। दोनों ईंटों का वजन एक-एक किलो है। इसके अतिरिक्त बैंक के चार लॉकरों में ठूंसकर रखे गए नोटों के बंडल भी मिले।

सूत्रों के मुताबिक एसवीयू की टीम ने सोमवार की देर शाम पटना में आशियाना नगर स्थित एचडीएफसी बैंक में इनके परिजनों के लॉकरों की पड़ताल की। बेटे-बहू और दोनों बेटियों के नाम से लिए गए ल़ॉकर में सोने की ईंट और ठूंस कर रखे गए नोटों के बंडलों के अतिरिक्त भारी मात्रा में जेवरात भी मिले हैं। एसवीयू सूत्रों ने बताया कि राजीव नगर, किदवई पुरी सहित कई जगहों पर मकान और अन्य परिसंपत्तियों का भी पता चला है।

उल्लेखनीय है कि पिछले 3 व 4 अगस्त को एसवीयू की छापेमारी के दौरान उनके ठिकानों से करीब 6 लाख रुपये कैश के अलावा कई बैंकों के पासबुक निवेश से संबंधित दस्तावेज मिले थे। पोस्ट ऑफिस में करीब 25 लाख रुपएके निवेश से संबंधित दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। तब एसवीयू को पता चला कि उन्होंने छपरा के एकमा में एक पॉलिटेक्निक भी खोल रखी है।

एसवीयू के आईजी संजय ने बताया था कि तब केपी सिंह के तीन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। पटना के राजीवनगर के रोड नंबर-14 स्थित आवास, उनके दफ्तर और एकमा में पैतृक आवास की तलाशी ली गई। एकमा में पैतृक आवास पर भी छापेमारी की गई।

दफ्तर में एसवीयू के हाथ कुछ खास नहीं आया। राजीव नगर स्थित आवास से एसवीयू की टीम को आय से अधिक संपत्ति के कई अहम सुराग मिले। जमीन में निवेश से जुड़े दस्तावेजों की जांच भी अभी जारी है।
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