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बलिया हत्याकांडः हत्यारे के बचाव में आए BJP विधायक सुरेंद्र सिंह, कहा- आत्मरक्षा में चलाई गोली

BJP विधायक ने एक चैनल से कहा कि जो घटना हुई है वह निंदनीय है, लेकिन पुलिस एकतरफा कार्रवाई कर रही है. दूसरी तरफ के लोगों की 6-6 महिलाएं घायल हुई हैं और एक शख्स गंभीर रूप से घायल होकर बनारस रेफर कर दिया गया है, जिसके पक्ष को नहीं सुना जा रहा है।

बलिया हत्याकांडः हत्यारे के बचाव में आए BJP विधायक सुरेंद्र सिंह, कहा- आत्मरक्षा में चलाई गोली
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लखनऊ: बलिया (Ballia) जिले में सरकारी राशन की दुकान के आवंटन को लेकर छिड़े विवाद में पुलिस के बड़े अधिकारियों के सामने ही एक युवक पर गोली चला दी गई। इसका आरोप स्थानीय BJP नेता धीरेंद्र सिंह पर आया है। मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह (Dheerendra Singh) BJP विधायक सुरेंद्र सिंह का करीबी माना जाता है। योगी सरकार ने इस मामले में वहां मौजूद SDM और CO समेत घटनास्थल पर मौजूद सभी पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया है। मारे गए जयप्रकाश पाल के भाई तेज प्रताप पाल का आरोप है कि आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह BJP का नेता है और विधायक सुरेंद्र सिंह का बेहद खास है।

इस बीच मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह को लेकर BJP विधायक सुरेंद्र सिंह (Surendra Singh) ने मीडिया से बात कर अपना पक्ष रखा है। सुरेंद्र सिंह मीडिया से बातचीत में आरोपी का बचाव करते नजर करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि धीरेंद्र सिंह अगर आत्मरक्षा में गोली नहीं चलाता तो उसके परिवार के दर्जनों लोग मारे जाते। उन्होंने यह भी कहा कि दूसरे पक्ष के कई लोग बुरी तरह घायल हैं, तो उनकी बात भी सुनी जानी चाहिए। साथ ही सुरेंद्र सिंह ने इस मामले में विवादित बयान दिया है। उन्होंने घटना को क्रिया की प्रतिक्रिया बताया है।

बलिया में गुरुवार को पुलिस अधिकारियों और SDM के सामने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मामला दुर्जनपुर (Durjanpur village) के बैरिया का है। यहां कोटे की दो दुकानों का विवाद सुलझाने के लिए CO चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेंद्र प्रताप सिंह और SDM सुरेश पाल पहुंचे थे। विवाद धीरेंद्र सिंह और जयप्रकाश उर्फ गामा पाल के बीच था। गोली लगने के बाद जयप्रकाश को लेकर लोग सीएचसी पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इलाके में तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात की गई है। मामले में धीरेंद्र समेत कई के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

BJP विधायक ने UP पुलिस पर लगाया आरोप

BJP विधायक ने एक चैनल से कहा कि जो घटना हुई है वह निंदनीय है, लेकिन पुलिस एकतरफा कार्रवाई कर रही है. दूसरी तरफ के लोगों की 6-6 महिलाएं घायल हुई हैं और एक शख्स गंभीर रूप से घायल होकर बनारस रेफर कर दिया गया है, जिसके पक्ष को नहीं सुना जा रहा है। उनकी पीड़ा को कोई नहीं देख रहा। विधायक ने आगे कहा कि अगर धीरेंद्र सिंह ने आत्मरक्षा में गोली नहीं चलाई होती तो उसके परिवार के दर्जनों लोग मारे जाते तब पुलिस प्रशासन इसे कैसे देखता, मैं नहीं कह सकता। मेरा बैरिया की जनता से और प्रशासन से यही कहना है कि इस घटना की निंदा की जानी चाहिए, लेकिन न्याय पक्ष को भी सामने रखना चाहिए। जिसने जिस अंश में गलती की है, उसे सजा मिलनी चाहिए।

BJP विधायक ने कहा कि अगर गोली किसी ने मारी है तो उसे भी दंड मिले, लेकिन जिन लोगों ने लाठी से डंडों से मारकर 6-6 लोगों को घायल किया है उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। मेरा प्रशासन से यही आग्रह है, अपील है। सुरेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि अगर धीरेंद्र सिंह ने आत्मरक्षा में गोली चलाई है, तो गलत काम जरूर है। लेकिन उनके सामने मरने और मारने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा कि आप लोग उसे आरोपी बता रहे हैं। उसके पिता को उन्होंने डंडे से मारा। किसी के पिता, किसी की माता, किसी की भाभी और किसी की बहू को को मारेगा तो क्रिया की प्रतिक्रिया होगी ही।

विपक्ष ने बोला हमला

बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बलिया के रेवती थानाक्षेत्र के दुर्जनपुर गांव की घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि कानून-व्यवस्था दम तोड़ चुकी है। मायावती ने ट्विटर के माध्यम से शुक्रवार को लिखा कि यूपी में बलिया की हुई घटना अति-चिन्ताजनक तथा अभी भी महिलाओं व बच्चियों पर आए दिन हो रहे उत्पीड़न आदि से यह स्पष्ट हो जाता है कि यहां कानून-व्यवस्था काफी दम तोड़ चुकी है। सरकार इस ओर ध्यान दे तो बेहतर होगा। BSP की यह सलाह।

दुकान के आवंटन को लेकर शुरू हुआ बवाल

SP देवेंद्र नाथ ने मीडिया को बताया कि बलिया के दुर्जनपुर गांव में दो दुकानों के आवंटन के लिए पंचायत भवन पर बैठक बुलाई गई, जिसमें SDM बैरिया सुरेश पाल, CO बैरिया चंद्रकेश सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। इन दो दुकानों के लिए चार स्वयं सहायता समूहों ने भी आवेदन किया था। अभी बैठक चल ही रही थी वहां एक दुकान के लिए दुकानवालों के बीच सहमती नहीं बन सकी, तो दो स्वयं सहायता समूहों के बीच मतदान कराने का निर्णय लिया गया। एक पक्ष के लोग पहचान पत्र लेकर नहीं आए थे, जिसको लेकर हंगामा खड़ा हुआ और वहां गोली चल गई जिसमें एक युवक की जान चली गई। जिसमें जय प्रकाश उर्फ गामा पाल (46) की मौत हो गई। घटना के बाद वहां भगदड़ मच गई। आरोपी धीरेंद्र सिंह मौके से फरार हो गया।

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