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मुख्यमंत्री योगी का दलित समाज के साथ भोज, क्या दलितों के सवालों को पूरा कर देगा?
BY Jan Shakti Bureau15 Jun 2017 2:19 AM GMT

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Jan Shakti Bureau15 Jun 2017 2:19 AM GMT
गोरखपुर: दलित विरोधी होने का दंश झेल रहे उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अब दलित विरोधी छवि से बाहर निकलने की चिंता सता रही है. वजह साफ है प्रदेश में विपक्ष सहारनपुर के मामले को उठाकर योगी सरकार पर दलित विरोधी होने का आरोप लगा रहा है।
जानकारी के अनुसार योगी ने गोरखपुर में कैंपियरगंज के हरनामपुर गांव में जहां बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया, वहीं योगी ने दलित समाज के सैकड़ों लोगों के साथ सहभोज में हिस्सा लेकर संकेत देने की कोशिश की है कि उनकी सरकार दलित विरोधी नहीं है।आप को बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ हरनामपुर गांव पहुंचे थे। यहां पर उन्होंने दलित समुदाय के 150 लोगों के साथ भोजन किया।
सूत्रों की माने तो प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यस्था और दलित समाज के आंदोलन से ज़बरदस्त नुकसान हो रहा है, जिसकी चिंता भाजपा शीर्ष नेतृत्व को सताने लगी है. उन्हें लगने लगा है कि उत्तर प्रदेश की स्तिथि 2019 के मिशन पर पानी फेर सकती है, इस चिंता को ले कर पिछले दिनों भाजपा आला कमान ने योगी को फटकार लगाई थी और साफ निर्देश दिए थे की प्रदेश में कानून व्यस्था चाक-चौबंद करे और दलित विरोधी छवि से बाहर निकले, नहीं तो पार्टी आप के विषय में विचार करने को विवश होगी।
अब देखना है की भाजपा नेतृत्व और प्रदेश में आंदोलित दलित समुदाय इस भोज से कितना प्रसन्न होते हैं?
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