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योगी सरकार ने प्राइमरी शिक्षकों को दिया जोरदार झटका, पांच साल बाद ही बदल पाएंगे जिला
BY Jan Shakti Bureau14 Jun 2017 6:57 AM GMT
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Jan Shakti Bureau14 Jun 2017 6:57 AM GMT
लखनऊ: योगी सरकार ने बेसिक शिक्षकों के लिए नई तबादला नीति को जारी कर दिया है। नई नीति के मुताबिक एक जिले में पांच साल की मियाद पूरी करने वाले शिक्षक ही दूसरे जिले में तबादले के लिए आवेदन करेंगे। नीति में यह भी स्पष्ट है कि पहले जिलों के अंदर शिक्षकों के तबादले और समायोजन होंगे। इसके बाद 30 अप्रैल 2017 को स्कूल में छात्रों की संख्या के आधार पर शिक्षकों के पदों का निर्धारण होगा। 15 जुलाई तक समायोजन प्रक्रिया पूरी करने के बाद शेष रिक्त पदों के सापेक्ष अंतरजनपदीय तबादलों पर विचार किया जाएगा।
तीन जोन में बांटा जायेगा जिला, वेटेज अंक से तय होंगे स्कूल
नई तबादला नीति में बेसिक शिक्षा विभाग ने मुख्यालय से दूरी के आधार पर प्रत्येक जिलों को तीन जोन में बांटा है। जनपद में नगरीय निकाय सीमा से आठ किमी के दायरे वाले स्कूलों को जोन-1 में रखा गया है, जबकि तहसील मुख्यालय से दो किमी दूरी के दायरे वाले स्कूलों को जोन-2 में रखा गया है। शेष स्कूल जोन-3 की श्रेणी में आएंगे। तबादलों में शिक्षकों को वेटेज अंकों के आधार पर संबंधित जोन में तैनाती मिलेगी। स्पष्ट है कि जिस शिक्षक की मैरिट और वेटेज अंक अधिक होंगे, उन्हें जोन-1 वाले स्कूल में तैनाती मिलेगी, जबकि सबसे कम वेटेज अंक वालों को जोन-3 के स्कूल में तैनात किया जाएगा।
जिलों में तबादलों के लिए देने होंगे पांच विकल्प
नई तबादला नीति के मुताबिक शिक्षकों को तबादलों के लिए पांच स्कूलों का विकल्प देना होगा, जबकि अंतरजनपदीय तबादलों के लिए तीन जिलों का विकल्प देना होगा। रिक्त पदों के आधार पर विकल्प वाले जनपदों में तबादलों पर विचार किया जाएगा। अंतरजनपदीय तबादलों के लिए 7 अगस्त से 20 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन के साथ वेटेज अंक के लिए वांछित दस्तावेज की स्कैन कॉपी भेजनी होगी। तबादलों में असाध्य रोगों से पीडि़त, विकलांग और महिला शिक्षकों को पांच वेटेज अंकों की वरीयता मिलेगी। तबादला सूची 31 अगस्त को जारी होगी।
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