GST का 'फुल फॉर्म' नहीं बता पाए योगी के मंत्री, देखें वीडियो
BY Jan Shakti Bureau30 Jun 2017 2:54 PM IST
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Jan Shakti Bureau30 Jun 2017 2:54 PM IST
देश के सबसे बड़े टैक्स सुधार गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) की तैयारियां जोरों पर हैं। आज (30 जून) आधी रात को संसद के ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में जीएसटी को मंजूरी दी जाएगी। 1997 में आजादी की गोल्डन जुबली के मौके पर इसी तरह आधी रात को आयोजन हुआ था। इसके बाद यह पहला मौका होगा, जब रात्रि में संसद का स्पेशल सेशन बुलाया जा रहा है। संसद के सेंट्रल हॉल में खास तैयारी की जा रही है। इस खास मौके पर फिल्म से लेकर उद्योग जगत की कई जानी-मानी हस्तियां शामिल होने वाली हैं। इस भव्य कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पीएम नरेंद्र मोदी, पूर्व पीएम एच डी देवेगौड़ा, सभी कैबिनेट मंत्री और राज्यों के वित्त मंत्री शामिल होंगे।
#WATCH UP Minister Rampati Shastri fails to spell out the full form of #GST pic.twitter.com/wBNUdlBOXf
— ANI UP (@ANINewsUP) June 30, 2017
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों और बीजेपी सांसदों और विधायकों को जनता के बीच जाकर जीएसटी के फायदों को प्रचारित करने का आदेश दिया है। इसी सिलसिले में जीएसटी के बारे जनता को बताने के लिए उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री महाराजगंज गए थे। लेकिन योगी सरकार के मंत्री रमापति शास्त्री जीएसटी का फुल फॉर्म तक नहीं बता पाए। वैसे तो मंत्री जी यूपी सरकार के 100 दिन के कामों का बखान करने महराजगंज गए थे। ऐसे में जीएसटी के फायदे भी गिनाने लगे। जिले के दौरे के दौरान उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक भी की। जिसके बाद रमापति पत्रकारों से बात करने लगे, इसी दौरान किसी पत्रकारों ने बातों-बातों में रमापति शास्त्री से जीएसटी की फुल फॉर्म के बारे में सवाल कर लिया। इस पर मंत्री जी अटक गए। काफी कोशिश करने के बाद भी जीएसटी के क्या मायने होते हैं वो नहीं बता पाए। मंत्री जी यही कहते रहे कि नहीं, नहीं पता है। ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि जब सरकार के मंत्री खुद इसके बारे में नहीं जानते तो जनता की भ्रांतियां कैसे दूर करेंगे। बता दें कि जीएसटी की फुल फॉर्म गुड्स एंड सर्विस टैक्स (वस्तु एवं सेवा कर) है।
हालांकि, कांग्रेस समेत विपक्ष के कई दलों की अनुपस्थिति की वजह से होने वाला जश्न कुछ फीका रह सकता है। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और द्रमुक सहित विपक्ष के कुछ दलों ने 30 जून की मध्यरात्रि में होने वाले कार्यक्रम के बहिष्कार का ऐलान किया है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस जश्न में मौजूद नहीं रहेंगे। हालांकि, जनता दल (युनाइटेड) के सांसद इस जश्न में मौजूद रहने के बारे में निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं। जद (यू) के प्रवक्ता के.सी. त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार जीएसटी के शुभारंभ पर होने वाले मध्यरात्रि के संसद सत्र में भाग नहीं लेंगे।
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