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उत्तर प्रदेश

योगीराज: शहीद प्रेमसागर का अपमान, मुख्यमंत्री के जाते ही शहीद के घर से उठा ले गए एसी और कालीन

योगीराज: शहीद प्रेमसागर का अपमान, मुख्यमंत्री के जाते ही शहीद के घर से उठा ले गए एसी और कालीन
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देवरिया। जब योगी आदित्यनाथ शहीद प्रेमसागर के परिजनों से मिलने गए तो राजशी ठाठ बाठ था, मुख्यमंत्री योगी ने परिजनों को हर संभव मदद का दिलासा दिया, लेकिन मुख्यमंत्री के जाते ही योगी के अधीकारी आनन फानन में शहीद के घर के एक कमरे में एसी (एयर कंडीशनर), सोफे निकाल ले गये।


आप को बता दें की शुक्रवार को शहीद के घर परिवारीजन को सांत्वना देने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए आनन फानन शहीद के घर के एक कमरे में एसी (एयर कंडीशनर), सोफे लगाने के साथ कालीन बिछा दिया लेकिन, जैसे ही योगी वहां से निकले, आनन फानन एसी निकाल लिया गया। वहां बिछी कालीन और सोफे सहित अन्य साजो सामान भी समेटकर योगी के कर्मचारी लेते गए।


ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन ने शहीद के घर से सारा सामान हटाने में जिस तरह की तेजी दिखाई वह शहीद का अपमान है। मुख्यमंत्री के आने से पहले घर के अंदर का माहौल ऐसा बनाया गया जैसे वह मुख्यमंत्री का कक्ष हो। जमीन पर बिछी कालीन व केसरिया रंग से सजे कमरे के बीच सोफे पर बैठ कर मुख्यमंत्री ने परिवारीजन की पीड़ा सुनी। उनके जाने के बाद एसी के साथ ही कालीन तक समेट लिया गया। यह मामला पूरे गांव में चर्चा का विषय बना रहा।



टीकमपार गांव से मुख्यमंत्री के लौट जाने के बाद अब ग्रामीण उनके किए गए वादों के पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं। परिवारजन को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री ने जो आश्वासन दिया है, वह शीघ्र ही हकीकत में बदलेगा। शहीद की पत्नी ज्ञांती देवी ने बताया कि मुख्यमंत्री से हमने कहा कि परिवार को अब उनका ही सहारा है। उन्होंने बेटों व बेटी को नौकरी देने, गांव में कन्या विद्यालय खोलने, शहीद स्मारक बनाने व शहीद की पत्नी को जीविकोपार्जन के लिए गैस एजेंसी व पेट्रोल पंप दिलाए जाने का आश्वासन दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री को संवेदनशील बताते हुए कहा कि एसी व अन्य सामान ले जाने का उन्हें कोई मलाल नहीं है।

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