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ट्रैक्टर रैली बेकाबू होने के बाद दिल्ली के कई मेट्रो स्टेशन बंद, लाल किले तक पहुंचे आंदोलनकारी किसान, आईटीओ पर जबर्दस्त घमासान

मंगलवार को दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों के विभिन्न हिस्सों से अराजकता और हंगामे की सूचना मिली, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टर रैली के लिए निर्धारित समय के समझौते को दरकिनार करते हुए दिल्ली में प्रवेश किया।

ट्रैक्टर रैली बेकाबू होने के बाद दिल्ली के कई मेट्रो स्टेशन बंद, लाल किले तक पहुंचे आंदोलनकारी किसान, आईटीओ पर जबर्दस्त घमासान
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दिल्ली मेट्रो रेल कॉपोर्रेशन (डीएमआरसी) ने मंगलवार को किसानों की ट्रैक्टर रैली में हिंसा के मद्देनजर येलो, ग्रीन, वायलेट और ब्लू लाइनों पर विभिन्न मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए हैं। 72वें गणतंत्र दिवस परेड के दौरान हजारों ट्रैक्टर दिल्ली में प्रवेश कर गए। आईटीओ में भी तोड़फोड़ की सूचना मिली, जहां पुलिस मुख्यालय स्थित है। पुलिस पूरी तरह से स्थिति से अनभिज्ञ दिखे।

डीएमआरसी ने महत्वपूर्ण कदम उठाया और ट्वीट किया, "समयपुर बादली, रोहिणी सेक्टर 18/19, हैदरपुर बादली मोर, जहांगीर पुरी, आदर्श नगर, आजादपुर, मॉडल टाउन, जीटीबी नगर, विश्व विद्यालय, विधानसभा और सिविल लाइंस के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। ये स्टेशन येलो लाइन पर हैं।"

इसके अलावा, ग्रीन लाइन पर सभी स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। वायलेट लाइन का लाल किला मेट्रो स्टेशन और ब्लू लाइन का इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन भी बंद कर दिया गया है। मंगलवार को दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों के विभिन्न हिस्सों से अराजकता और हंगामे की सूचना मिली, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टर रैली के लिए निर्धारित समय के समझौते को दरकिनार करते हुए दिल्ली में प्रवेश किया।स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े और हल्का बलप्रयोग करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों का तलवारों से पीछा किया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।

इससे पहले, विभिन्न ग्रीन लाइन स्टेशनों के प्रवेश द्वारा बंद कर दिए गए थे, जिसमें ब्रिगेडियर होशियार सिंह, बहादुरगढ़ सिटी, पंडित श्री राम शर्मा, टिकरी बॉर्डर, टिकरी कलां, घेवर, मुंडका औद्योगिक क्षेत्र, मुंडका, राजधानी पार्क, नांगलोई रेलवे स्टेशन और नांगलोई शामिल हैं। इस बीच दिल्ली पुलिस लोगों से शांति और व्यवस्था बनाए रखने की अपील कर रही है।

गणतंत्र दिवस पर आयोजित किसानों की ट्रैक्टर रैली निर्धारित रूटों की सीमा तोड़ कर भीतरी रिंग रोड होते हुए आईटीओ के पास पहुंच गई जहां प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। दिल्ली की सीमाओं पर बीते दो महीने से अधिक समय से आंदोलन कर रहे किसानों को गणतंत्र किसान परेड निकालने के लिए जो रूट और समय तय किए गए थे उसकी अवहेलना करते हुए किसान समय से पहले टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर लगे बैरीकेड को तोड़ते हुए राष्ट्रीय राजधानी की सीमा में प्रवेश कर गए।

आईटीआई के पास पहुंचे किसानों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी दागे गए। सिंघु बॉर्डर से जो ट्ररैक्टर रैली में किसानों की जो टुकड़ी चली थी वह भीतरी रिंगरोड की तरफ बढ़ गई और गाजीपुर बॉर्डर वाली टुकड़ी आईटीओ की तरफ बढ़ गई। दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों में शामिल कुछ युवा किसान गणतंत्र परेड के लिए मंगलवार को तय समय से पहले बैरीकेड हटाकर देश की राजधानी दिल्ली में प्रवेश कर गए। वहीं ट्रैक्टर पर बैठे युवा किसान तेज आवाज में डीजे, तेज रफ्तार में ट्रैक्टर को हाइवे पर दौड़ाते नजर आ रहे हैं। हालांकि ट्रैक्टर परेड को लेकर किसान संगठनों की तरफ से कुछ निर्देश जारी किए गए थे, लेकिन फिलहाल इन निर्देशों का कोई खासा असर देखने को नहीं मिल रहा है।

किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान नेताओं को उन्हें नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। नये केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ ये सभी दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की अगुवाई करने वाले किसान संगठनों का संघ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैक्टर परेड निकालने की योजना बनाई गई थी। सिंघु बॉर्ड और टिकरी बॉर्ड पर प्रदर्शनकारी किसानों में शामिल कुछ युवा किसान गणतंत्र परेड के लिए मंगलवार को तय समय से पहले बैरीकेड हटाकर देश की राजधानी दिल्ली में प्रवेश कर गए। किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान नेताओं को उन्हें नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।

उपद्रवियों पर होगी कानून के हिसाब से सख्त कार्रवाई : डीजीपी

किसानों की ट्रैक्टर रैली पर उत्तर प्रदेश के डीजीपी एच. सी.अवस्थी ने कहा कि हमारे सारे जिलों में अधिकारी मुस्तैद हैं। उनको दिशानिर्देश दे दिए गए हैं। कानून-व्यवस्था पूरी तरह से बनाकर रखी जाएगी। कोई उपद्रव करता है तो कानून के हिसाब से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

फरीदाबाद में किसानों की ट्रैक्टर परेड को रोकने के लिए भारी पुलिस बल तैनात, लंबा जाम लगा। फरीदाबाद में नेशनल हाईवे पर झाड़सेंतली के पास पुलिस ने भारी वाहन रोके। नेशनल हाईवे पर सोफ्ता के पास फरीदाबाद-पलवल सीमा पर पुलिस ने हाईवे पर ट्रक लगाकर रोका रास्ता, लंबा जाम लगा।

बागपत शामली की तरफ से आ रहे किसानों के ट्रैक्टरों को लोनी पुलिस ने लोनी तिराहे पर रोकने का प्रयास किया। अधिकारी ट्रैक्टरों को टीला मोड होते हुए यूपी गेट भेजने का प्रयास कर रहे थे लेकिन किसान सीधा बॉर्डर पर जाने की जिद पर अड़े थे। करीब 2 घण्टे की जद्दोजहद के बाद किसानों को सीधा दिल्ली बॉर्डर जाने दिया गया।दिल्ली बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड लगा रखे थे जिन को तोड़कर किसान दिल्ली सीमा में प्रवेश कर गए।

ये है ट्रैक्टर रैली की समय सारणी

जय किसान आंदोलन (स्वराज अभियान) के प्रवक्ता ने बताया कि ट्रैक्टर मार्च पूर्वाह्न 11 बजकर 30 मिनट पर शुरू होने की संभावना है और इसके 10 से 12 घंटे तक चलने की उम्मीद है। कुछ ट्रैक्टर आंदोलन के दौरान मरने वाले किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। संगरुर के किसान परिवार से संबंध रखने वाले कलाकार परमिंदर सिंह अपनी एक पेंटिंग के जरिये किसानों के साथ एकजुटता प्रकट करेंगे, इस तस्वीर में किसान के गले में काला सांप लिपटा हुआ दिखाई दे रहा है जो तीन कृषि कानूनों का प्रतिनिधित्व करता है।

दिल्ली पुलिस से इजाजत मिलने के बाद आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली में 'ट्रैक्टर परेड' निकालेंगे। इसके लिए पूरी तैयारी लगभग हो चुकी है। हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिंघु, टिकरी और लोनी बॉर्डर पर किसानों ने दिल्ली पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स तोड़ दिए हैं और दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह से पहले घुसने की कोशिश कर रहे हैँ।

आपको बता दे कि इससे पहले किसानों ने परेड के लिए ट्रैक्टरों को साफ कर चमकाया है। तिरेंगे और बैनर लगाए गए हैं। गणतंत्र दिवस समारोह और किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के मद्देनजर राजपथ और राष्ट्रीय राजधानी की कई सीमाओं पर हजारों सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है।

तीन विवादित कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संघों ने कहा कि उनकी परेड मध्य दिल्ली में प्रवेश नहीं करेगी और यह गणतंत्र दिवस पर होने वाली आधिकारिक परेड के समापन के बाद ही शुरू होगी। संघों ने दावा किया है कि उनकी परेड में करीब दो लाख ट्रैक्टरों के हिस्सा लेने की उम्मीद है और यह सिंघू बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर तथा गाज़ीपुर (यूपी गेट) से रवाना होगी।

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