71st national film awards 2025: 71वें नेशनल फिल्म अवार्ड्स में Shah Rukh, Vikrant और Rani का जलवा! जानिए किसे मिला कौन सा खिताब

नई दिल्ली। शुक्रवार, 1 अगस्त को दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का बहुप्रतीक्षित ऐलान हुआ। यह पुरस्कार 2023 में रिलीज़ हुई फिल्मों को समर्पित थे और लंबे इंतज़ार के बाद सिनेमा प्रेमियों को इस साल कई सरप्राइज मिले।;

Update: 2025-08-01 19:17 GMT

नई दिल्ली। शुक्रवार, 1 अगस्त को दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का बहुप्रतीक्षित ऐलान हुआ। यह पुरस्कार 2023 में रिलीज़ हुई फिल्मों को समर्पित थे और लंबे इंतज़ार के बाद सिनेमा प्रेमियों को इस साल कई सरप्राइज मिले। इस वर्ष शाहरुख खान, रानी मुखर्जी और विक्रांत मैसी जैसे सितारों ने पुरस्कारों में बाज़ी मारी, वहीं '12वीं फेल' और 'हनुमान' जैसी फिल्मों ने अपने मजबूत कथानक और प्रस्तुति के दम पर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान हासिल की।

शाहरुख खान और विक्रांत मैसी को बेस्ट एक्टर, रानी बनीं बेस्ट एक्ट्रेस

इस साल का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार — सर्वश्रेष्ठ अभिनेता — दो दमदार कलाकारों को संयुक्त रूप से मिला। 'जवान' के लिए शाहरुख खान और '12वीं फेल' के लिए विक्रांत मैसी को यह सम्मान प्रदान किया गया। वहीं, रानी मुखर्जी को 'मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे' में उनके दमदार अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री घोषित किया गया।

‘12वीं फेल’ बनी बेस्ट फीचर फिल्म, ‘रॉकी और रानी’ को पॉपुलर एंटरटेनमेंट का खिताब

विक्रमादित्य मोटवानी के निर्देशन में बनी '12वीं फेल' को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म चुना गया। यह फिल्म अपने यथार्थवादी चित्रण, प्रेरक कहानी और बेहतरीन अभिनय के लिए पहले से ही दर्शकों की सराहना पा रही थी। वहीं करण जौहर की फिल्म 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' को सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार मिला, जिसने म्यूजिक, ड्रामा और रोमांस का एक रंगीन मिश्रण प्रस्तुत किया।

करण जौहर ने पुरस्कार मिलने पर इंस्टाग्राम पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “यह फिल्म हमारे दिल का टुकड़ा थी, और आज ये सम्मान पाकर मैं गर्वित हूं। ढिंढोरा बाजे रे के लिए बेस्ट कोरियोग्राफी मिलने पर वैभवी मर्चेंट को भी ढेर सारी बधाइयाँ।”

 हनुमान, केरल स्टोरी, कथल — अलग-अलग शैलियों की फिल्मों की जीत

इस साल विविधता के रंग भी राष्ट्रीय पुरस्कारों में झलके। तेलुगु फिल्म 'हनुमान' को बेस्ट एवीजीसी फिल्म और बेस्ट एक्शन डायरेक्शन का पुरस्कार मिला, जिसने तकनीकी क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन किया। 'द केरल स्टोरी' को बेस्ट डायरेक्शन और सिनेमैटोग्राफी में भी सराहना मिली। 'कथल: ए जैकफ्रूट मिस्ट्री' को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म घोषित किया गया।

क्षेत्रीय सिनेमा का दमदार प्रदर्शन

इस बार क्षेत्रीय सिनेमा भी पीछे नहीं रहा। 'पार्किंग' (तमिल), 'भगवंत केसरी' (तेलुगु), 'पुष्करा' (ओडिया), 'श्यामची आई' (मराठी), 'गोड्डे गोड्डे चा' (पंजाबी) जैसी फिल्मों को उनके-अपने भाषायी सिनेमाई योगदान के लिए पुरस्कार मिला।

'उल्लोझोक्कू' (मलयालम) और 'कंडीलु' (कन्नड़) जैसी फिल्मों ने अभिनय से लेकर तकनीकी दक्षता तक का दम दिखाया।

अन्य प्रमुख पुरस्कार विजेता

  1. बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर: बेबी
  2. बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर: शिल्पा राव (जवान)
  3. बेस्ट चिल्ड्रन फिल्म: नाल 2 (मराठी)
  4. बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस: जानकी (वाश) और उर्वशी (उल्लोझोक्कू)
  5. बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर: विजयराघवन (पूकलम), मुथुपेट्टई (पार्किंग)

नॉन-फीचर कैटेगरी में भी नयापन

इस बार डॉक्यूमेंट्री, शॉर्ट फिल्म्स और बायोपिक्स में भी कई उल्लेखनीय नाम सामने आए। 'गॉड वल्चर एंड ह्यूमन', 'द साइलेंट एपिडेमिक', 'आई. मो बौ, मो गान', 'फ्लावरिंग मैन' जैसी फिल्मों ने नॉन-फीचर कैटेगरी में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। इन फिल्मों ने सामाजिक और पर्यावरणीय मूल्यों को प्रभावी तरीके से चित्रित किया।

स्टारडम और सिनेमा के मेल का उत्सव

71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की इस सूची ने यह साबित कर दिया है कि सिनेमा सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि समाज का आईना भी है। इस साल बड़े सितारों की दमदार वापसी, क्षेत्रीय सिनेमा की सशक्त उपस्थिति और तकनीकी उत्कृष्टता ने भारतीय सिनेमा के उज्जवल भविष्य की ओर संकेत दिया है।

यह पुरस्कार समारोह भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के लिए न केवल सम्मान का क्षण था, बल्कि यह एक प्रेरणा है — कि कहानी, कला और सच्चाई का मेल आज भी सराहा जाता है।

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