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सुपारी मीडिया का मुंह हुआ काला: शौविक चक्रवर्ती को मिला न्याय, कोर्ट ने कहा नहीं बनता ड्रग्स की अवैध तस्करी का केस

सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद से उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती और रिया के भाई शौविक चक्रवर्ती को लगातार न्यायिक प्रक्रिया से गुज़रना पड़ा। आत्महत्या का केस ड्रग्स केस बन गया और रिया का परिवार इस चंगुल में फंस गया।

सुपारी मीडिया का मुंह हुआ काला: शौविक चक्रवर्ती को मिला न्याय, कोर्ट ने कहा नहीं बनता ड्रग्स की अवैध तस्करी का केस
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जनशक्ति: सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद से उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती और रिया के भाई शौविक चक्रवर्ती को लगातार न्यायिक प्रक्रिया से गुज़रना पड़ा। आत्महत्या का केस ड्रग्स केस बन गया और रिया का परिवार इस चंगुल में फंस गया। रिया को 28 दिन जेल में गुजारने के बाद जमानत मिल गई थी, जबकि शौविक की बेल कई बार खारिज हुई थी। इतने दिन जेल में गुज़ार देने के बाद अदालत ने कहा है कि रिया चक्रवर्ती के भाई शौविक चक्रवर्ती पर ड्रग्स की खरीद-फरोख्त का आरोप नहीं बनता है। अदालत ने कहा कि ड्रग्स रखने का अर्थ यह नहीं है कि उस व्यक्ति ने अवैध ड्रग तस्करी में हिस्सा लिया था या फिर उसके लिए फाइनेंसिंग की थी।

क्या कहा कोर्ट ने?

अदालत ने शौविक पर ड्रग ट्रैफिकिंग के लिए फाइनेंसिंग के आरोपों को खारिज किया है। अदालत ने शौविक पर सेक्शन 27A (नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकॉट्रोपिक सब्स्टेंसेज एक्ट) के तहत लगे आरोपों को खारिज कर दिया। इस धारा के तहत आरोप साबित होने पर दोषी व्यक्ति को 20 साल तक की जेल हो सकती है। अदालत ने बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले को आधार बनाते हुए ही यह फैसला लिया है।


रिया चक्रवर्ती की बेल को मंजूर करते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के आरोपों को खारिज किया था। अदालत ने कहा था कि ड्रग्स रखने का अर्थ यह नहीं है कि उस व्यक्ति ने अवैध ड्रग तस्करी में हिस्सा लिया था या फिर उसके लिए फाइनेंसिंग की थी। इसी आधार पर

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