Janskati Samachar
उत्तर प्रदेश

23 साल बाद मायावती उतरेंगी सड़क पर, दिल्ली से सहारनपुर मार्च करने का किया एलान:पढ़ें पूरी खबर

23 साल बाद मायावती उतरेंगी सड़क पर, दिल्ली से सहारनपुर मार्च करने का किया एलान:पढ़ें पूरी खबर
X

लखनऊ: दलितों के बीच सिमटते आधार को संभालने के लिए बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती फिर से सड़क पर उतरने जा रही हैं। मायावती 23 साल बाद वे मंगलवार को दिल्ली से सहारनपुर तक सड़क मार्ग से यात्रा करेंगी। वे शब्बीरपुर गांव के उन पीड़ित दलित परिवारों से मिलेंगीं, जिनका एक समुदाय के लोगों ने पिछले दिनों की हिंसा में घर जला दिया।

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करें

आप को बता दें की 1994 के गेस्ट हाउस कांड के बाद से मायावती ने कभी इतनी दूरी सड़क मार्ग से नहीं तय की है। माना जा रहा है कि यह मायावती का सियासी दांव है। वे इस यात्रा के बहाने एक बार फिर दलितों का भरोसा जीतने और उन्हें एकजुट करने की जुगत में हैं।

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करें


असल में जिन दलितों के सहारे मायावती ने बहुजन समाज पार्टी को खड़ा किया और कई बार सत्ता का सुख भोगा, वही अब उनसे छिटकते जा रहे हैं। पहले 2012 का विधानसभा चुनाव हारीं, फिर 2014 का लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत सकीं और 2017 के विधानसभा चुनाव में बुरी हार का सामना करना पड़ा। इसके पीछे माना गया कि दलितों का बसपा से मोह भंग हो चुका है और वे दूसरे दलों की ओर जा रहे हैं। हाल के विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद पार्टी के भीतर मायावती के खिलाफ आवाज उठी और उन पर दलित सरोकारों से विमुख होने का आरोप लगा।

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करें


कहा गया कि मायावती दलितों का उपयोग केवल वोट बैंक के तौर पर कर रही हैं और इस वोट बैंक का सौदा कर दूसरे समुदायों के जरिए सत्ता तक पहुंचना उनका लक्ष्य रह गया है। इससे दलित बसपा से छिटक रहे हैं। दलितों का भरोसा जीतने के लिए आखिर में नसीमुद्दीन सिद्दीकी को पार्टी से बाहर कर मायावती ने यह संदेश देने की कोशिश की कि उनके लिए दलित और पार्टी ज्यादा अहम है न कि व्यक्ति, चाहे वह उनका बेहद करीबी ही क्यों न हो।

Next Story
Share it